आगरा: जिले में करोड़ों रुपये की जमीन का फर्जी बैनामा कराने का मामला सामने आया है। जमीन को नेमिनाथ मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर को चार करोड़ रुपये में बचे दिया। एसओजी ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खाते सीज कर दिए गए हैं।
पुलिस आयुक्त डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि विगत 24 दिसंबर को बल्केश्वर निवासी कृष्ण तोमर ने एत्मादपुर पुलिस को शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि उनका धरेरा स्थित जमीन का किसी ने फर्जी बैनामा कर दिया है। उनके नाम से सुबोध, भूपेंद्र सिंह, प्रवेंद्र सिंह तोमर, गौरव सिंह ने फर्जी दस्तावेज तैयार करवा कर दीपेश गुप्ता पुत्र डॉ. प्रदीप गुप्ता नेमिनाथ मेडिकल कॉलेज के नाम बैनामा करा दिया है। इस संबंध में थाना एत्मादपुर में मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस आयुक्त ने मामले की जांच के लिए एसओजी व थाना पुलिस को लगाया। मुकदमा दर्ज होने के बाद मुख्य आरोपी प्रवेंद्र सिंह तोमर ने गिरफ्तारी से बचने को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। पुलिस ने कोर्ट से आरोपी की रिमांड प्राप्त कर उससे पूछताछ की। पूछताछ में उसने फर्जीवाड़े की सारी कहानी पुलिस को बता दी।
प्रवेंद्र तोमर ने बताया कि उसने वर्ष 2012 में कृष्ण तोमर के पिता हीरा सिंह से जमीन बंटाई पर ली थी। कुछ समय बाद उसे पता चला कि जमीन बिक रही है तब उसके मन में फर्जीवाड़े का ख्याल आया। उसने अपने भांजे अमित सिसौदिया व तहसील के मामले में जानकारी रखने वाले अमित गर्ग के साथ मिलकर योजना बनाई।
अमित सिसौदिया पहले जेल जा चुका था, ऐसे में उसके आपराधिक किस्म के लोगों से संबंध थे। ऐसे में उसे फर्जी कृष्ण तोमर व उसके बहन व बहनोई के रूप में बैनामा करने के लिए लोग तलाशने की जिम्मेदारी दी गई।
अमित ने जेल में साथ रहे साथी अखंड प्रताप को काम दिया। अखंड प्रताप ने अपने साथी अनिल कुमार को फर्जी कृष्ण तोमर, भूपेंद्र को फर्जी बहनोई के रूप में तैयार किया, जबकि फर्जी बहन के रूप में पूनम रानी पाठक नाम की महिला को तैयार किया। अमित गर्ग ने सबके फर्जी आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज तैयार कराए। इसके बाद अमित गर्ग यानि फर्जी कृष्ण तोमर ने मुकेश यादव के माध्यम से गौरव यादव व दशरथ उर्फ नीटू यादव के नाम तीन माह पूर्व 50 हजार रुपये बयाना लेकर साढ़े तीन करोड़ रुपये में नोटरी कराई।
इसके बाद गौरव यादव ने जमीन बेचने के लिए चौगान निवासी विजय बहादुर व शीलू ठाकुर को इस जमीन के सौदे में शामिल कर लिया। अब गौरव यादव की तरफ से शीलू व विजय बहादुर ने गौरव गुप्ता व राजेंद्र अग्रवाल के जरिए जमीन बेचने के लिए नेमिनाथ हॉस्पीटल के डायरेक्टर प्रदीप गुप्ता से संपर्क किया।
बेचने वाले सभी फर्जी लोग डॉ. प्रदीप गुप्ता से मिलन गए। राजेंद्र अग्रवाल ने चार करोड़ में सौदा तय किया। डॉ. प्रदीप गुप्ता ने 30 लाख रुपये एडवांस दे दिए। इसके बाद सभी फर्जी लोगों ने डॉ. प्रदीप गुप्ता को बैनामा कर दिया।
इसके बाद दो करोड़, 40 लाख रुपये फर्जी कृष्ण तोमर के खाते में ट्रांसफर कर दिए, जबकि दाखिला खारिज होने के तक 60 लाख रुपए रोक लिए। मुख्य आरोपी ने बताया कि फर्जी कृष्ण तोमर के खाते में आए रुपये को सभी ने आपस में बांट लिया।
पुलिस ने प्रवेंद्र तोमर के एचडीएफसी बैंक के खाते से 24 लाख रुपये सीज किए हैं। वहीं, फर्जी कृष्ण तोमर के पीएनबी के खाते से 46 लाख रुपये सीज किए गए हैं। अमित गर्ग के टूंडला स्थित एक्सिस बैंक से 9.40 लाख रुपये बरामद किए गए हैं। वहीं फर्जी नाम से 23 लाख रुपये भी प्राप्त किए गए हैं।
पुलिस ने इस मामले में अमित गर्ग पुत्र कुलदीप निवासी नगला गोवर्धन थाना बरहन, कुलदीप उर्फ मोनू पंडित निवासी नगला गोवर्धन बरहन, अनिल कुमार फर्जी कृष्णा त्यागी पुत्र भूदेव निवासी जरानी खुर्द एटा को गिरफ्तार किया।
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