पाकिस्‍तान: मियांवाली एयरबेस हमले में 6 विमान हुए थे बर्बाद, 12 सैनिक भी मारे गए

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एयरबेस पर हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के नए सहयोगी तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान (TJP) ने ली थी। एक पड़ताल में जाहिर हुआ है कि पाकिस्तानी सेना इस हमले में हुए नुकसान को छिपा रही है। हमले में पाकिस्तानी एयरफोर्स के 3 नहीं, बल्कि UAV समेत 6 विमान पूरी तरह बर्बाद हुए थे।

सैनिकों के मारे जाने पर खामोश रहा पाकिस्तान

पाकिस्तान में मौजूद सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस हमले में कम से कम 12 सैनिक भी मारे गए थे, जो उस समय एयरबेस के अंदर मौजूद थे। पाकिस्तानी सेना ने अपनी प्रेस रिलीज में सैनिकों और अफसरों के मारे जाने के बारे में कुछ नहीं कहा था।

सूत्रों के यह भी बताया कि रॉकेट लॉन्चर के जरिए एयरफोर्स के एक रडार टॉवर को भी हमले में नष्ट कर दिया गया। साथ ही विमानों के उड़ान भरने और उतरने में गाइडेंस के लिए इस्तेमाल होने वाला कंट्रोल रूम भी इस हमले में पूरी तरह बरबाद हो गया। पाकिस्तानी सेना इस पर भी खामोश रही।

हमला करने के लिए 9 नहीं, 7 लोग ही पहुंचे थे

पाकिस्तानी मिलिट्री ने दावा किया था कि मियांवाली अटैक में 9 हमलावर शामिल थे। सूत्रों के अनुसार केवल 7 आत्मघाती हमलावरों ने एयरबेस पर अटैक किया था। इस फिदायीन समूह का लीडर मौलवी मुहम्मद बिन कासिम कर रहा था। हमले में शामिल बाकी लोगों के नाम कारी सलाहुद्दीन अयूबी, हुसैन अहमद मदनी, तारिक बिन जायद, जाफरतियार शहीद, मुतासिम बल्लाह और ओसामा बिन जायद हैं।

पाकिस्तानी सैनिकों ने हमलावरों की मदद की

सूत्रों ने कहा कि सात हमलावर लकड़ी की सीढ़ी के जरिए एयरफोर्स कैंपस में दाखिल हुए थे। एयर बेस में मौजूद पाकिस्तान आर्मी के कुछ सैन्य कर्मियों ने अंदर घुसने में उनकी मदद की थी। सूत्रों ने बताया कि मियांवाली एयरबेस पर हमले की तैयारी लगभग 40 दिन से चल रही थी।

हमले में चीन में बना रडार सिस्टम भी बर्बाद हुआ

एयरबेस पर एक रडार सिस्टम भी था, जिसे हमलावरों ने नष्ट कर दिया। संभावना है कि यह रडार चीन निर्मित, JY-27A है, जो लंबी दूरी तक हवाई निगरानी और एक 3D गाइडेंस के लिए उपयोग होता है। यह रडार सिग्नल को जाम करने में भी काम आता है।

इस रडार सिस्टम की खास बात यह है कि इसे एक जगह से दूसरी जगह बड़ी आसानी से ले जाया जा सकता है। इस रडार को अगस्त 2020 में मियांवाली में स्थापित किया गया था। यही रडार सिस्टम चीनी सेना ने भारत के खिलाफ पूर्वी लद्दाख के पेंगोंग झील के किनारे भी स्थापित किया है।

Compiled: up18 News