जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने आंकवादियों से रिश्ता रखने के आरोप में चार सरकारी कर्मचारियों को बर्ख़ास्त कर दिया है. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार बर्ख़ास्त किए गए कर्मियों में बिट्टा कराटे की पत्नी और आतंकवादी सैयद सलाहुद्दीन का बेटा सैयद अब्दुल मुईद भी शामिल हैं.
सरकारी सूत्रों के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया है कि इन चारों कर्मचारियों को ‘टेरर लिंक’ के आरोपों में बर्ख़ास्त किया गया है. सैयद सलाहुद्दीन पाकिस्तान स्थित चरमपंथी संगठन हिज़बुल मुजाहिद्दीन का मुखिया है.
सैयद सलाहुद्दीन के एक अन्य बेटे शाहिद यूसुफ़ को साल 2017 में एनआईए ने गिरफ़्तार किया था. सलाहुद्दीन के छह बेटे और दो बेटियां हैं. यूसुफ़ भी जम्मू-कश्मीर सरकार के कृषि विभाग में कार्यरत था।
वहीं, बिट्टा कराटे पर 1990 के दशक में कश्मीरी पंडितों की सामूहिक हत्या में शामिल होने का आरोप है. जिसे उसने स्वीकार भी किया. बिट्टा कराटे खुद फिलहाल टेरर-फ़ंडिंग से जुड़े मामले में जेल में है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कराटे की पत्नी कश्मीर की यूनिवर्सिटी में कार्यरत थीं.
-एजेंसी