बसपा की सियासत में आकाश आनंद की वापसी, मायावती ने चीफ नेशनल कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी सौंपी

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लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने भतीजे आकाश आनंद पर एक बार फिर भरोसा जताते हुए बड़ी जिम्मेदारी दी है। दिल्ली में हुई हाईलेवल मीटिंग के बाद आकाश आनंद को चीफ नेशनल कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद आकाश आनंद ने बसपा सुप्रीमो को धन्यवाद देते हुए कहा कि, मैं वादा करता हूं कि पार्टी व मूवमेंट के हित में पूरी निष्ठा से कार्य करूंगा और कभी निराश नहीं करूंगा।

आकाश आनंद ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि, आज बीएसपी की आल-इंडिया बैठक में शामिल होने का मौका मिला। सभी पदाधिकारियों को पूरे देश में पार्टी को मजबूत करने के लिए बहन कु. मायावती जी का मार्गदर्शन और जरूरी दिशा-निर्देश मिला। उन्होंने आगे लिखा, बहन जी ने मुझे पार्टी के मुख्य नेशनल कोआर्डिनेटर पद की जिम्मेदारी दी है। मैं बहन जी का तहेदिल से आभार प्रकट करता हूं। उन्होंने मेरी गलतियों को माफ किया और एक अवसर दिया है कि मैं बहुजन मिशन और मूवमेंट को मजबूत करने में अपना योगदान दूं।

मैं बहन जी से वादा करता हूं कि पार्टी व मूवमेंट के हित में पूरी निष्ठा से कार्य करूंगा और कभी निराश नहीं करूंगा। बहन कु. मायावती जी का मैं फिर से तहेदिल से धन्यवाद करता हूं। बता दें कि,सपा सुप्रीमो मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को एक बार फिर बड़ी जिम्मेदारी दी है। इसके साथ ही आकाश आनंद एक बार फिर मुख्य धारा की राजनीति में वापस लौट आए हैं। दिल्ली में हुई हाईलेवल मीटिंग के बाद आकाश आनंद को चीफ नेशनल कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

बसपा में पहली बार नया पद: सभी नेशनल कोऑर्डिनेटरों से ऊपर होंगे आकाश

गौरतलब है कि अभी तक बसपा में केवल नेशनल कोऑर्डिनेटर का ही पद हुआ करता था, लेकिन इस बार मायावती ने आकाश के लिए चीफ नेशनल कोऑर्डिनेटर का नया पद सृजित किया है, जो दर्शाता है कि वह अब पार्टी में सभी समकक्ष पदधारकों के ऊपर होंगे और सीधी रिपोर्टिंग बसपा सुप्रीमो को ही करेंगे।

मायावती की नसीहत- सावधानी के साथ पार्टी मजबूत करें

बसपा द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में मायावती ने कहा, पार्टी के लोगों की सहमति से आकाश आनंद को पार्टी का मुख्य नेशनल कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया गया है। उन्हें देशभर में पार्टी के कार्यक्रमों की जिम्मेदारी भी दी जा रही है। साथ ही उन्होंने आकाश को नसीहत देते हुए कहा कि उम्मीद है कि इस बार वह पार्टी व मूवमेंट के हित में हर प्रकार की सावधानी बरतते हुए पार्टी को मजबूत बनाने में सराहनीय योगदान देंगे।

बिहार चुनाव अकेले लड़ने का एलान

प्रेस नोट में यह भी स्पष्ट किया गया कि बसपा इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को अकेले लड़ेगी। पार्टी ने अपने संगठनात्मक ढांचे को दुरुस्त करने की दिशा में कदम उठाते हुए बहुजन वालंटियर फोर्स को फिर से संगठित करने का भी फैसला लिया है।

वापसी से पहले निष्कासन और माफी की पृष्ठभूमि

यह ध्यान देने वाली बात है कि मायावती ने हाल के वर्षों में दो बार आकाश को पद से हटाकर सख्त संदेश दिया था। पिछली बार तो उन्होंने आकाश को संभावित उत्तराधिकारी के पद से भी हटा दिया था और स्पष्ट किया था कि अब वह अपने जीते जी किसी को उत्तराधिकारी घोषित नहीं करेंगी। इस बार आकाश को दोबारा जिम्मेदारी तो सौंपी गई है, लेकिन उत्तराधिकारी घोषित नहीं किया गया है।

चंद्रशेखर की चुनौती से निपटने का प्रयास

दलित राजनीति में आज़ाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आज़ाद धीरे-धीरे ही सही, लेकिन बसपा नेतृत्व के लिए चिंताएं पैदा कर रहे हैं। ऐसे में माना जा सकता है कि मायावती ने आकाश की वापसी को रणनीतिक संतुलन के रूप में चुना है। दलित युवाओं के बीच चंद्रशेखर की पकड़ को जवाब देने के लिए युवा चेहरा आकाश आनंद को सामने लाना एक प्रतिक्रियात्मक रणनीति मानी जा रही है।