फलों को लेकर आजकल नया ट्रेंड शुरू हुआ है। ताजे फल खाने की जगह लोग ड्राइड फ्रू्ट्स को तवज्जो दे रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि एक तो इसे कैरी करने में आसानी होती है और दूसरा यह दावा किया जाता है कि इसमें भी उतने ही पोषक तत्व हैं जितने ताजे फलों में होते हैं।
लेकिन क्या सच में फ्रूट्स का यह प्रकार आपके लिए हेल्दी है, चलिए जानते हैं।
फाइबर की अधिक मात्रा
फ्रूट्स फाइबर के अच्छे स्त्रोत होते हैं। हालांकि, जब आप उन्हें सुखा देते हैं तो उसके फाइबर और पोषक तत्वों का कॉन्सनट्रेशन काफी ज्यादा बढ़ जाता है। ज्यादा फाइबर को पचाने में आपके पेट को दिक्कत होती है, जिससे ऐंठन, पेट फूलने और सूजन की समस्या हो सकती है।
कैलरीज की ज्यादा मात्रा
सूखे फलों में कैलरीज और शुगर की मात्रा भी काफी ज्यादा होती है। यह मात्रा पाचन संबंधी परेशानियां बढ़ा सकती है। ड्राइड फ्रूट्स में सल्फाइट की मात्रा भी अधिक हो जाती है जो सिरदर्द और डायरिया का कारण बन सकता है।
तले हुए स्नैक्स से बेहतर
इन सब कमियों के बावजूद ड्राइड फ्रूट्स तले हुए और मैदे से बने किसी अन्य स्नैक्स से बेहतर हैं। हालांकि, इनके सेवन के दौरान कुछ चीजों का ध्यान रखना काफी जरूरी है।
पानी ज्यादा पीएं
जब आप ज्यादा फाइबर की चीजें खाते हैं तो उसको पचाने के लिए ज्यादा पानी की भी जरूरत होती है। अगर शरीर में पानी की मात्रा कम रहेगी तो कब्ज की समस्या हो सकती है।
प्रोटीन की मात्रा रखें अधिक
ड्राइड फ्रूट्स के बढ़े हुए शुगर लेवल से शरीर को होने वाले नुकसान को आप प्रोटीन और फैट की मात्रा बढ़ाकर रोक सकते हैं। इन फ्रूट्स के साथ आप नट्स और दही का सेवन कर सकते हैं, जो शरीर को फायदा पहुंचाएंगे।
-एजेंसियां