किसी भी चीज का एडिक्शन यानी लत खतरनाक साबित हो सकता है। किसी हैबिट को अपनाना जितना आसान है, उसे छोड़ना उतना ही मुश्किल है। केवल ऐल्कॉहॉल या ड्रग्स ही ऐसा एडिक्शन नहीं है जिससे हमें बचना है बल्कि हमारी रोजमर्रा की भी कुछ आदतें हैं जो कि सुनने में तो आम सी लगती हैं लेकिन हम समझ पाएं उससे पहले ही ये हमारे लिए चिंता का सबब बन जाती हैं। हम आपको ऐसी ही कुछ हैबिट्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आपको हर हाल में छोड़ देना चाहिए…
मॉइश्चराइजर लगाने की आदत
हेल्दी स्किन के लिए मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करना जरूरी है। अगर आप दिन में 2 बार से ज्यादा इसका इस्तेमाल करते हैं तो ये आपके लिए हार्मफुल हो सकता है। हमारी बॉडी को खुद का हाइड्रेशन का तरीका होता है जिसमें ड्राई स्किन को मॉइश्चर मिलता है आपको हमेशा मॉइश्चराइजर लगाने की जरूरत नहीं पड़ती। वास्तव में अगर आप हमेशा ड्राईनेस से बचने के लिए किसी थिक क्रीम का इस्तेमाल करते हैं
हर वक्त लिप बाम लगाना
ज्यादातर लोग होंठ फटने पर लिप बाम लगाते हैं लेकिन बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें अपने होंठ जरा-सा ड्राई लगते हैं और वे तुरंत लिप बाम लगा लेते हैं। यह एक तरह का एडिक्शन है जो आपके लिए प्रॉबलम्स खड़ी कर सकता है। आप मानें या न मानें ये लिप बाम कंपनियों की एक ट्रिक है। लिप प्रोडक्ट और लिप बाम में ऐसे इन्ग्रीडिएंट्स होते हैं जो आपके होंठ को ड्राई करते हैं और आप बार-बार लिप बाम लगाने को मजबूर हो जाते हैं।
ज्यादा एक्सर्साइज करना
ये सुनने में थोड़ा अटपटा लग सकता है लेकिन हम में से बहुत से लोग एक्सर्साइज को लेकर एडिक्ट रहते हैं और ये केवल जिम तक सीमित नहीं रहता। जो लोग एक्सर्साइज एडिक्ट होते हैं उनका दिन तब तक पूरा नहीं होता जब तक कि वे एक्सर्साइज न कर लें। ऐसे लोग इमोशन्स और स्ट्रेस से दूर रहने के लिए एक्सर्साइज करते हैं। अगर आप वर्कआउट या एक्सर्साइज न कर पाने पर चिड़चिड़ापन महसूस करते हैं तो इसका मतलब है कि आप एक्सर्साइज अडिक्ट हो चुके हैं।
हर वक्त शॉपिंग करना
शॉपिंग डिसऑर्डर से बड़ा कोई डिसऑर्डर नहीं है। गिल्ट के कारण या स्ट्रेस में बहुत से लोग ध्यान भटकाने के लिए शॉपिंग का सहारा लेते हैं जिससे वे मोटीवेटेड महसूस करते हैं। इससे पहले की ये एक एडिक्शन बने इस आदत को कंट्रोल कर लें।
बालों को खींचना
कुछ लोग खासकर महिलाएं जब भी स्ट्रेसफुल या कुछ भूला हुआ-सा महसूस करती हैं तो अपने बाल खींचती हैं। इसे साइंटिफिक भाषा में ट्रिकेटिलमेनिया कहा जाता है। कुछ लोग तो अपने आईब्रोज भी खींचते है जो कि काफी खतरनाक हो सकता है।
फोटोज या सेल्फी लेना
24 घंटे सेल्फी लेने की आदत आपकी दिनचर्या को बिगाड़ सकती है और ये नासिस्टिक डिसऑर्डर का लक्षण भी है। सोशल मीडिया पर हमेशा अपडेट रहना आपके डोपामाइन के स्तर को बढ़ा सकता है। आप अपनी लाइफ की दूसरों से तुलना करने लगते हैं जो आपके मेंटल हेल्थ के लिए हार्मफुल हो सकता है।
हमेशा सॉरी बोलना
क्या आप भी कभी-कभी ऐसा महसूस करते हैं कि आपके आसपास कुछ ऐसे लोग हैं जो हर छोटी-छोटी बात के लिए सॉरी बोलते हैं। ये एक विनम्र हैबिट नहीं है बल्कि एक एडिक्शन है । बिना बात के हमेशा सॉरी बोलना आपके आत्म सम्मान के लिए ठीक नहीं है और ये आदत धीरे-धीरे आपकी पर्सनैलिटी का हिस्सा बन जाती है।
म्यूजिक सुनना
सभी लोगों को म्यूजिक सुनना काफी पसंद होता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ही म्यूजिक को बार बार सुनने की लत आपके लिए समस्या का कारण बन सकती है। म्यूजिक, फूड से रिलीज होने वाले डोपामाइन की तरह है जो कि आपके ब्रेन को खुश रखता है। हाई लेवल डोपामाइन आपके व्यवहार में काफी बदलाव ला सकता है।
-एजेंसियां