मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि स्थान विवाद से जुड़े मामले में नया ट्विस्ट आया है। जन्मभूमि से सटे 17वीं सदी की ईदगाह मस्जिद को हटाने के मुकदमे में नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रपौत्री और हिंदू महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष राजश्री चौधरी ने भी पक्षकार बनने की कोर्ट से अपील की है।
हिंदू महासभा की अध्यक्ष ने मथुरा में मीडियाकर्मियों के साथ बातचीत के दौरान बताया कि उनका संगठन हिंदुओं के पक्ष में याचिका करेगा।
चौधरी ने बताया, ‘कृष्णजन्मभूमि के बगल में बना ईदगाह अवैध है। केवल इतना ही नहीं, हमारे एजेंडे में अभी काशी विश्वनाथ, तेजो महल भी है।’
राजश्री चौधरी की परदादी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस की छह बहनों में से एक थीं। दो साल पहले 2018 में वह हिंदू महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनीं। श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बाद संगठन की अध्यक्ष बनने वाली वह दूसरी बंगाली हैं। जनसंघ के संस्थापक मुखर्जी 1943 से लेकर 1946 तक अध्यक्ष रहे थे।
कृष्ण मंदिर के बगल में बने मस्जिद को हटाने के लिए अक्टूबर में दी गई याचिका को मथुरा कोर्ट ने स्वीकृत किया था। यह याचिका बाल देवता भगवान श्रीकृष्ण विराजमान की ओर से रंजना अग्निहोत्री और अन्य पांच लोगों ने दायर की थी। रंजना लखनऊ की रहने वाली हैं। इस दावे में मांग की गई है कि मंदिर के 13.37 एकड़ के परिसर में स्थित मस्जिद कृष्ण जन्मस्थान की जमीन पर बनाई गई थी इसलिए इसे हटाने का आदेश दिया जाए।
-एजेंसियां