दुनिया भर में आज वर्ल्ड नो टोबैको डे मनाया जा रहा है। यह दिन खासतौर पर तंबाकू के सेवन को रोकने और तंबाकू के कारण सेहत को होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए मनाया जाता है।
कोरोना वायरस महामारी के इस दौर को छोड़ दिया जाए तो हमारे आस-पास कुछ लोग ऐसे भी हैं जो ताउम्र अपनी जिंदगी के साथ खिलवाड़ करते हैं।
दरअसल, हम बात कर रहे हैं उन लोगों की जो तंबाकू का सेवन करते हैं। पूरी दुनिया में 31 मई के दिन विश्व तंबाकू निषेध दिवस World No Tobacco Day मनाया जाता है।
इस दिन की शुरुआत विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के द्वारा इसलिए की गई ताकि लोगों को तंबाकू का सेवन करने के कारण होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक किया जा सके। इसके अलावा World No Tobacco Day पर तंबाकू खाने वाले लोगों को कई प्रकार के कैंसर और गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों से बचे रहने के बारे में भी जानकारी दी जाती है।
हम सभी यह बात जानते हैं कि आज की युवा पीढ़ी कितनी तेजी से तंबाकू निर्मित पदार्थों का सेवन करने में आगे बढ़ रही है। स्मोकिंग, हुक्का, कच्ची तंबाकू, पान मसाला आदि पदार्थ तंबाकू से कहीं ना कहीं जरूर तैयार किए जाते हैं और युवाओं के द्वारा इसका बड़े पैमाने पर सेवन भी किया जा रहा है जो उनके स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है।
इस बात को ध्यान में रखते हुए विश्व स्वास्थ संगठन “युवाओं को इंडस्ट्री के बहकावे से बचाते हुए, उन्हें तंबाकू और निकोटीन का उपयोग करने से रोकता है।” आपको बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के द्वारा 1987 में इस दिन को प्रभाव में लाया गया था। 31 मई 1988 को WHO42.19 प्रस्ताव पास हुआ, जिसके बाद यह वर्ल्ड नो टोबैको डे के नाम से हर साल 31 मई को मनाया जाने लगा।
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि पूरी दुनिया में हर साल तंबाकू का सेवन करने के कारण लाखों लोगों की जान चली जाती है। इसके बावजूद खानापूर्ति के अलावा किसी बड़े स्तर पर तंबाकू से बने विभिन्न उत्पादों के खिलाफ कभी भी कठोरतम कदम नहीं उठाया गया।
इतना ही नहीं, पढ़े लिखे लोग भी तंबाकू उत्पाद पर लिखी गई चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए धड़ल्ले से इसका सेवन करते हैं। इसके कारण वह खुद तो बीमार होते ही हैं, साथ ही साथ उनमें कुछ बीमारियां अनुवांशिक रूप भी धारण कर लेती हैं जिसके कारण उनकी आने वाली पीढ़ी को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है।
तंबाकू का सेवन करने के कारण होती हैं इतनी गंभीर बीमारियां
तंबाकू और इससे बने पदार्थों का सेवन करने के कारण फेफड़ों का कैंसर, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन, लिवर कैंसर, मुंह का कैंसर, डायबिटीज का खतरा, हृदय रोग कोलन कैंसर और महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर जैसी कई प्रकार की गंभीर बीमारियां हो जाती हैं।
इन बीमारियों के बारे में सोचते हुए जो लोग तंबाकू या फिर उससे बनने वाले पान मसाले और सिगरेट का सेवन कर रहे हैं, उन्हें तंबाकू का सेवन करना छोड़ देना चाहिए। यह ना केवल उनके स्वास्थ्य के लिए बल्कि उनके आस-पास रहने वाले लोगों के लिए एक वरदान साबित होगा।
-एजेंसियां