विश्व गर्भनिरोधक दिवस आज, मनपसंद साधन चुनें, परिवार नियोजन में बनें भागीदार

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परिवार नियोजन के साधन अपनाने से परिवार खुशहाल होता है। इसे अपनाने के लिए परिवार नियोजन के प्रमुख साधन उपलब्ध हैं, जो पूरी तरह सुरक्षित हैं। इन्हें अपनाकर लोग स्वस्थ व खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि शादी के दो साल बाद पहले बच्चे को जन्म देना चाहिए। पहले और दूसरे बच्चे में तीन साल का अंतर होना चाहिए। जिससे कि मां और बच्चे दोनों की सेहत पर कोई दुष्प्रभाव न पड़े। इसके लिए परिवार नियोजन के अस्थाई साधन काफी कारगर साबित हो रहे हैं। इन साधनों में से दम्पति कोई भी मनपसंद साधन अपना सकते हैं ।

सीएमओ ने बताया कि नव दम्पति जब तक बच्चा न चाहें तब तक अस्थायी साधनों का प्रयोग कर सकते हैं। पहला बच्चा होने के बाद तीन साल तक अस्थायी साधनों का विकल्प चुना जा सकता है । गर्भसमापन या गर्भपात के बाद भी एहतियात के तौर पर छह माह तक परिवार नियोजन का साधन अपनाया जा सकता है ।

परिवार नियोजन के नोडल अधिकारी डॉ. पीके शर्मा ने बताया कि सभी साधन सुरक्षित हैं और चिकित्सक, स्टॉफ नर्स और परिवार नियोजन काउंसलर की मदद से उचित परामर्श से सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर दिया जाता है । परिवार नियोजन के स्थायी साधन यानि नसबंदी को पुरुष और महिलाएं दोनों अपना सकते हैं ।

परिवार नियोजन के अस्थायी साधन

आईयूसीडी
पीपीआईयूसीडी
अंतरा इंजेक्शन
छाया गोली
कंडोम
माला एन
ईसी पिल

परिवार नियोजन के स्थाई साधन

पुरुष नसबंदी
महिला नसबंदी

मनाया जाएगा गर्भ निरोधक दिवस

26 सितंबर (सोमवार) को जनपद की स्वास्थ्य इकाइयों पर विश्व गर्भ निरोधक दिवस मनाया जाएगा। सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि इस अवसर पर जिला अस्पताल, सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, शहरी व ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उपकेंद्र, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर और छाया-वीएचएनडी सत्रों पर गर्भ निरोधक साधनों के प्रति जागरुक किया जाएगा।

-up18news