वेटिकन सिटी। पोप फ्रांसिस ने बिशप सलाहाकार कमेटी में महिलाओं को नामित किया है। यह पहली बार है कि इस कमेटी के लिए महिलाओं को नामित किया गया है।पोप फ्रांसिस ने तीन महिलाओं को इस कमेटी के लिए नामित किया है. इससे पहले इस कमेटी में सभी पुरुष ही होते थे। इस कमेटी का काम पोप को दुनिया के धर्माध्यक्षों ( World’s bishops) के चयन में सलाह देने का होता है।
रॉयटर्स के साथ एक खास इंटरव्यू में किया खुलासा
गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में रॉयटर्स के साथ एक खास इंटरव्यू में पोप फ्रांसिस ने अपने इस फैसले का खुलासा किया था। उन्होंने बताया था कि वह महिलाओं को होली सी (Holy See) में अधिक वरिष्ठ और प्रभावशाली पद देना चाहते हैं।
बिशप सलाहकार कमेटी के लिए नामित की गई तीन महिलाओं में दो नन (Nun) और एक आम महिला शामिल है। इसमें सिस्टर रैफैला पेट्रिनी (Raffaella Petrini) हैं। वह इतालवी (Italian) हैं और वर्तमान में वेटिकन सिटी (Vatican City) की डिप्टी गवर्नर हैं।
दूसरी महिला फ्रांसीसी नन यवोन रेंगोएट( Yvonne Reungoat) हैं। वह एक एक रीलिजियस ऑर्डर (Religious Order) की पूर्व सुपीरियर जनरल रही हैं।
इसके अलावा तीसरी महिला कैथोलिक संगठनों (World Union of Catholic Women’s Organizations -UMOFC) एसोसिएशन की प्रमुख मारिया लिया ज़र्विनो (Maria Lia Zervino) अर्जेंटीना (Argentina) से हैं।
14 की कमेटी में तीन महिलाएं पहल है सराहनीय
इस कमेटी का काम पोप को दुनिया के धर्माध्यक्षों ( World’s bishops) के चयन में सलाह देने का होता है। गौरतलब है कि यह प्रक्रिया स्थानीय तौर पर शुरू होती है जहां बिशप (Bishop) आर्कबिशप ( Archbishops ) को उन पुजारियों (Priests ) के नाम सुझाते हैं जो उन्हें अच्छे बिशप बनने लायक लगते हैं।
तीन महिलाएं बिशपों के लिए डिकैस्टरी ( Dicastery) में नियुक्त 14 लोगों में हैं हालांकि डिकैस्टरी प्राचीन काल में एथेंस की पंचायत के सदस्य को कहते थे, जो फ़ैसला सुनाता था और सजा भी देता था। यहां यह डिकैस्टरी उम्मीदवारों की जांच करती हैं और पोप को सलाह देती हैं कि पुजारी को बिशप बनना चाहिए. बुधवार को नियुक्त अन्य 11 कार्डिनल (Cardinal), बिशप और पुजारी थे। बुधवार को 14 नामों की घोषणा से पहले 20 से ज्यादा सदस्य थे।
-एजेंसी