रिपब्लिकन पार्टी से अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी ने कहा है कि इजरायल को हमास के लड़ाकों के सिरों को काटकर गाजा बॉर्डर पर लटका देना चाहिए। भारतीय मूल के अमेरिकी कारोबारी और रिपब्लकन नेता रामास्वामी ने कहा कि हमास ने इजरायल में जिस तरह का हमला किया, उसकी कोई माफी नहीं हो सकती है। ये एक ऐसा घिनौना काम हुआ है, जिसका बदला हमास से लिया जाना चाहिए। उसको पूरी तरह से खत्म कर देना चाहिए।
लास वेगास में रिपब्लिकन जूइश कोलिशन के वार्षिक शिखर सम्मेलन में बोलते हुए रामास्वामी ने कहा, मुझे इससे ज्यादा अच्छा कुछ नहीं लगेगा अगर इजरायल डिफेंस फोर्स हमास के 100 सबसे बड़े कमांडरों के सिर काटकर लाएं और उन्हें गाजा सीमा पर टांग दे। ताकि फिर कोई 7 अक्टूबर जैसा आतंकी हमला दोबारा करने की सोच भी ना सके।
जो बाइडेन की नीतियों को बताया बेहद खराब
रामास्वामी ने कहा कि हम में से कई लोग अभी भी 7 अक्टूबर की घटना से जूझ रहे हैं। मैं और मेरी पत्नी अपूर्वा भी अभी भी सदमे में हैं। हमारे दो सबसे करीबी दोस्त, दाना और मार्क तब यरूशलम में थे। मैं जानता हूं कि आपमें से कई लोगों ने उस दिन अपने लोगों को खो दिया या ऐसे करीबी दोस्तों को जानते हैं जिनके साथ ऐसा हुआ। आज ये तय करने का समय है कि ऐसा करने वालों से सख्ती से किस सख्ती से निपटा जाए। रामास्वामी ने जो बाइडेन प्रशासन की भी जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि ईरान को 6 बिलियन डॉलर देना पूरी तरह से पागलपन था। उन्होंने कहा कि बाइडेन के फैसलों ने भी चीजों को खराब किया है।
अभी तक राजनीति से दूर रहे हैं रामास्वामी
भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी लेखक और करोड़पति कारोबारी हैं। विवेक ने कभी कोई इलेक्शन नहीं लड़ा है। रिपब्ल्किन पार्टी से राष्ट्रपति पद की दौड़ के लिए अपनी दावेदारी ठोकने के बाद वो चर्चा में है। 2025 के अमेरिकी चुनाव के पहले रिपब्लिकन पार्टी अपने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को चुनने की प्रक्रिया से गुजर रही है।
38 साल के रामास्वामी का जन्म ओहायो में हुआ था। उन्होंने हार्वर्ड और येल से पढ़ाई करने के बाद बायो टेक्नॉलजी के क्षेत्र में बिनजेस किया और फिर एसेट मैनेजमेंट फर्म बनाई। जिसने उनको बड़े कारोबारियों की लिस्ट में लाकर खड़ा कर दिया।
रामास्वामी का कहना है कि वे नए अमेरिकी सपने के लिए एक सांस्कृतिक आंदोलन शुरू करना चाहते हैं। उन्होंने राजनीति में आने के अपने मकसद के पीछे उच्च शिक्षा को मजबूत करने और चीन पर अमेरिका की आर्थिक निर्भरता को कम करने की बात भी कही है।
Compiled: up18 News