आगरा: मजदूरों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए रोजगार गारंटी योजना लागू करने की UPGMS ने उठाई मांग

विविध

आगरा:  आज 1 मई को अंतरराष्ट्रीय मज़दूर दिवस यानी इंटरनेशनल लेबर डे को अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस या फिर वर्कर्स डे भी कहा जाता है। यह दिन कई देशों में मनाया जाता है और मजदूरों के आंदोलन के संघर्षों और बलिदानों को याद करता है। अभियान द्वारा हासिल की गई जीत और लाभ को चिह्नित करने के लिए भी इस दिन मनाया जाता है। देशभर में मजदूरों की स्थिति दयनीय बनी हुई है। प्रतिदिन लेबर चौक पर मजदूर जमा होते हैं लेकिन उन्हें काम नहीं मिलता जिससे उनकी आर्थिक स्थिति भी खराब हो रही है लेकिन सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। विश्व मजदूर दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा कई लेबर चौक पर पहुंचे साथ ही ईट भट्टों पर काम कर रहे मजदूरों से भी वार्ता कर उनकी समस्याएं जानी। यूपीजीएमएस के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा ने सरकार से मजदूरों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए नियमित आय रोजगार गारंटी योजना को लागू करने की मांग उठाई है।

कोरोना संक्रमण के बाद से बिगड़े हालात

उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा का कहना है कि 2 साल पहले कोरोना संक्रमण आया था। पूरा विश्व इसकी चपेट में था लेकिन कोरोना की मार सबसे ज्यादा मजदूर वर्ग पर पड़ी है। जो अभी भी जारी है। मजदूरों को आज भी काम नहीं मिल पा रहा क्योंकि निर्माण क्षेत्र में काम ही बहुत कम है।

मायूस होकर घर लौटते हैं मजदूर

आगरा शहर में कई लेबर चौक हैं और प्रतिदिन इस लेबर चौक पर काम की तलाश में सैकड़ों मजदूर पहुंचते हैं। जैसे ही काम करवाने के लिए कोई आता है तो सभी उसके पास पहुँचने के लिए दौड़ लगा देते हैं लेकिन उन 100 मजदूरों में से एक दो चार मजदूरों को ही काम मिल पाता है। बाकी मजदूर इंतज़ार के बाद मायूस होकर अपने घर वापस लौट जाते हैं। यह क्रम प्रतिदिन लेबर चौक पर देखने को मिलता है। मजदूरों से जब वार्ता हुई तो उन्होंने बताया कि प्रतिदिन वह लेबर चौक पर आते हैं। हफ्ते में दो या 3 दिन ही उन्हें काम मिल पाता है जिसके चलते आर्थिक स्थिति भी खराब हो रही है। क्योंकि महंगाई चरम पर है। 3 दिनों की मजदूरी हफ्ते भर चलानी पड़ती है जो चलाना बामुश्किल है।

ग्रामीण मजदूर संगठन ने रखी यह मांग

उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा ने मजदूरों की दयनीय स्थिति की सुधार के लिए कई मांगों को रखा है। सरकार से अपील भी की है कि देश की सरकार बनाने और देश की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ बनाए रखने में मजदूरों का भी अहम योगदान है। उसकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार हो इसके लिए इन मांगों पर ध्यान दिया जाए।

1 – श्रमिकों के लिए नियमित आय गारंटी योजना।
2 – प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर मिनी सचिवालय बनाए जाएं और उन्हें विधिवत तरीके से संचालित किए जाएं जिससे श्रमिक सरकार की ओर से दी जाने वाली योजनाओं से लाभान्वित हो सके।
3 – महिला श्रमिकों को समान काम और समान वेतन के साथ-साथ कौशल विकास से जुड़ा जाए
4 – प्रत्येक ब्लाक स्तर पर श्रमिक सहायता केंद्र स्थापित किए जाएं
5 – कार्यस्थल पर सामाजिक सुरक्षा का लाभ दिया जाए
6 – प्रत्येक मजदूर और श्रमिक के बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा जाए
7 – प्रत्येक श्रमिक व मजदूर के परिवार को स्वास्थ्य लाभ से लाभान्वित कराया जाए।
8 – हर मजदूर व श्रमिक को ₹600 प्रतिदिन न्यूनतम वेतन या ₹18000 मासिक दिया जाए।