उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में यूपी STF को बड़ी सफलता मिली है। दो आरोपियों चार टाइमर बम के साथ गिरफ्तार किया गया है। यूपी एसटीएफ की ओर से खुफिया सूचना के आधार पर बड़ी कार्रवाई की गई है। इस कार्रवाई में चार देसी टाइमर बम के साथ दो आरोपी गिरफ्तार गिरफ्त में लिए गए हैं। अब जांच शुरू हुई है। टाइमर बम को किस उद्देश्य से लाया गया था? इस मामले की जांच चल रही है। यूपी एसटीएफ ने जावेद समेत दोनों आरोपियों को गिरफ्त में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
लोकसभा चुनाव से पहले मुजफ्फरनगर में एक बड़ा मामला सामने आया है। यूपी एसटीएफ ने बड़ी सफलता हासिल कर ली है। चुनाव से पहले संभावित आतंकी हमले को नाकाम किए जाने का दावा किया जा रहा है। मुजफ्फरनगर जिले के निवासी जावेद को चार टाइम बमों के साथ गिरफ्तार किया है। मेरठ से बम निरोधक दस्ता पहुंच गया है। जावेद ने बताया है कि ये टाइम बम एक महिला ने मंगवाए थे। महिला अब तक फरार है।
कौन है वो महिला?
यूपी एसटीएफ दोनों आरोपियों से पूछताछ में जुट गई है। आखिर वह महिला कौन है, जिसने टाइमर बम का ऑर्डर दिया था, इसकी जांच चल रही है। पिछले दिनों राज्य में लगातार हो रहे घटनाक्रम को लेकर इन बमों को संदेह के नजरिए से देखा जा रहा है। दरअसल, राम मंदिर के उद्घाटन और ज्ञानवापी परिसर स्थित व्यासजी के तहखाने में हिंदुओं को पूजा का अधिकार मिलने के बाद से लगातार माहौल गरमा रहा है। वहीं, उत्तराखंड में यूनिफॉर्म सिविल कोड एक्ट के विधानसभा से पास किए जाने के बाद आक्रोश और बढ़ा है।
क्या बनभूलपुरा दोहराने की साजिश?
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में 8 फरवरी को जिस प्रकार से हिंसा के मामले सामने आए हैं, उस प्रकार की स्थिति कहीं मुजफ्फरनगर में दोहराने की कोशिश तो नहीं हो रही है। दरअसल, राष्ट्रीय लोक दल के भाजपा से जुड़ने के बाद स्थिति लगातार गरमाई है। ऐसे में बनभूलपुरा हिंसा जैसी स्थिति उत्पन्न करने की कोशिश की भी चर्चा शुरू हो गई है। यूपी एसटीएफ तमाम पहलुओं की जांच कर रही है। हर स्थिति पर विचार किया जा रहा है।
-एजेंसी
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