यूक्रेन की इमरजेंसी सेवा ने की पुष्टि, परमाणु पावर प्लांट में लगी आग बुझाई गई

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यूक्रेन की इमरजेंसी सेवा ने की पुष्टि, परमाणु पावर प्लांट में लगी आग बुझाई गई

यूक्रेन की इमरजेंसी सेवा ने इसकी पुष्टि की है कि ज़ेपोरज़िया परमाणु पावर प्लांट में लगी आग पर काबू पा लिया गया है. ये पावर प्लांट के आसपास और बाहर के लोगों के लिए भी राहत की ख़बर है. यूक्रेन ने कहा था कि शुक्रवार तड़के रूस ने इस पावर प्लांट पर हमला किया, जिसके कारण पाँच मंज़िला ट्रेनिंग केंद्र में आग लग गई. प्लांट को कोई नुक़सान नहीं पहुँचा था, लेकिन आशंका जताई जा रही थी कि कहीं ये आग प्लांट तक न फैल जाए.

यूक्रेन की इमरजेंसी सेवा ने बताया कि शुरू में उन्हें वहाँ जाने की अनुमति नहीं दी गई. लेकिन बाद में उन्हें इसकी अनुमति मिली और एक घंटे बाद उन्होंने आग पर काबू पा लिया. उन्होंने इसकी भी पुष्टि की है कि इस आग में कोई हताहत नहीं हुआ है.

इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमीर ज़ेलेंस्की ने भी ट्वीट कर जानकारी दी थी कि रूसी सैनिक ने यूरोप के सबसे बड़े परमाणु पावर प्लांट पर हमला किया है. उन्होंने ट्वीट कर दुनिया से मदद की अपील की थी और कहा था कि ये पावर प्लांट ख़तरे में है. इसके बाद ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने ज़ेलेंस्की से फ़ोन पर बात की थी.

अमेरिका ने लिया अहम फ़ैसला

अमेरिका की ऊर्जा मंत्री जेनिफ़र ग्रानहोल्म ने ट्वीट कर कहा है कि उन्होंने यूक्रेन के ज़ेपोरज़िया न्यूक्लियर प्लांट में आग लगने को लेकर यूक्रेन के ऊर्जा मंत्री से बात की है. जेनिफर ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी परमाणु इंसिडेंट रेस्पॉन्स टीम को सक्रिय करने का फ़ैसला किया है.

ग्रानहोल्म ने कहा कि परमाणु प्लांट के पास रूसी सैन्य अभियान बेहद लापरवाह क़दम है और यह ख़त्म होना चाहिए.

उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्रालय, अमेरिकी न्यूक्लियर रेग्युलेटरी कमीशन और व्हाइट हाउस के साथ पूरे घटनाक्रम की निगरानी की जा रही है. अमेरिकी ऊर्जा मंत्री ने कहा कि अभी रेडिएशन के स्तर में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है.

ज़ेलेंस्की ने कहा, चेर्नोबिल से भी होगा ख़तरनाक

इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमीर ज़ेलेंस्की ने कहा था कि रूसी बलों ने यूरोप के सबसे बड़े परमाणु प्लांट पर हमला किया है.

उन्होंने दुनिया से मदद की अपील की है. ट्विटर पर पोस्ट किए एक वीडियो संदेश में ज़ेलेंस्की ने कहा कि यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु प्लांट ख़तरे में है.

ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूसी बल जानबूझकर परमाणु पावर प्लांट को निशाना बना रहे हैं. उन्होंने 1986 में चेर्नोबिल परमाणु हादसा का हवाला देते हुए कहा कि ज़ेपोरज़िया के छह रिएक्टरों में कोई अनहोनी हुई तो इसके नतीजे और बुरे होंगे. ज़ेलेंस्की ने कहा, ”यूरोप के लोग प्लीज़ जग जाएं. आप अपने नेताओं से कहिए कि रूसी बल यूक्रेन के परमाणु प्लांट पर हमला कर रहे हैं.”

ज़ेलेंस्की ने कहा कि वह अमेरिका, ब्रिटेन और ईयू के नेताओं के संपर्क में हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी बात इंटरनेशनल टॉमिक एनर्जी एजेंसी से भी हुई है. उन्होंने कहा कि यूरोप के लोग अपने नेताओं को जगाएं. ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूसी प्रॉपेगैंडा ने अतीत में दुनिा परमाणु राख से ढक जाएगी और यह चेतावनी अब सच होती दिख रही है.

जानिए क्या हैं इसके ख़तरे

यह पावर प्लांट दक्षिण-पूर्वी यूक्रेन में है. यूक्रेन का कहना है कि रूस के लगातार हमले के कारण आग लगी है.
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में परमाणु सुरक्षा विशेषज्ञ ग्राहम एलिसन ने कहा कि अगर आग लगी रही तो परमाणु दुर्घटना हो सकती है. उन्होंने कहा कि 1986 में जिस तरह से चेर्नोबिल आपदा हुई थी उसी तरह रेडिएशन का स्तर बढ़ेगा और सालों तक रहेगा.

हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाज़ी होगी. ग्राहम एलिसन ने कहा कि रूसी बल प्लांट को ऑफलाइन करने की कोशिश कर रहे होंगे ताकि पूरे इलाक़े में बिजली बाधित हो सके.

यूक्रेन पर रूसी हमले का आज नौवां दिन है. दूसरे विश्व युद्ध के बाद यूरोप के किसी देश पर यह अब तक का सबसे बड़ा हमला है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार हज़ारों लोगों की मौत हुई है या ज़ख़्मी हुए हैं. यूक्रेन से क़रीब 10 लाख लोग शरणार्थी के तौर पर दूसरे देशों में भागे हैं और पश्चिम से प्रतिबंधों के कारण रूस की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है.

-एजेंसियां