यूक्रेन ने कहा, रूस के हमलों से 15 लाख लोग अंधेरे में रहने पर मजबूर

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यूक्रेनी सेना का कहना है कि उन्होंने हमला कर रहे दस ईरानी ड्रोन को गिराने की कोशिश की जिनमें से पांच को वो नाकाम कर सके लेकिन लेकिन पांच शहर के अहम बुनियादी ढांचों पर आकर गिरे.

यूक्रेन के अधिकारियों का कहना है कि ओडेसा में रूस के हमलों से बिजली के दो प्रोजेक्ट को नुक़सान पहुंचा है जिससे शहर में बिजली की आपूर्ति बुरी तरह से प्रभावित हुई है. यूक्रेन का दावा है कि ये हमले ईरानी ड्रोन से किए गए थे.

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेन्स्की ने बिजली इन्फ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त करने के काम में लगे अधिकारियों की तारीफ़ की है और कहा है कि ये लोग महान काम कर रहे हैं. हालांकि अधिकारियों का कहना है कि बिजली की सप्लाई सामान्य होने में अभी कई सप्ताह का वक्त लग सकता है.

ज़ेलेन्स्की ने कहा, “ओडेसा में स्थिति बहुत मुश्किल बनी हुई है. दुर्भाग्य की बात है कि यहां बुनियादी ढांचा हमले का निशाना बना है इसलिए बिजली की सप्लाई बाधित हुई है. इसे ठीक करने में अभी अधिक वक्त लगेगा.”

वहीं ओडेसा में अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वो लोग जो घरों को गर्म रखने के लिए बिजली पर निर्भर थे वो इलाक़े से बाहर जाने के विकल्प के बारे में विचार कर सकते हैं.

ज़ेलेन्स्की ने ये भी घोषणा की कि बिजली की सप्लाई के काम में मदद के लिए नॉर्वे ने 10 करोड़ डॉलर की मदद भेज रहा है. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस मदद के साथ ओडेसा के हर घर में जल्द ही बिजली पहुंच सकेगी.

इधर यूक्रेन हाइमार्स रॉकेट लॉन्चर्स के ज़रिए रूस पर जवाबी हमले कर रहा है. रूसी कब्ज़े वाले मेलितोपोल में हुए एक हमले में एक रूसी सैनिक की मौत की ख़बर है.

यूक्रेन के दक्षिणपूर्व में बसा मेलितोपोल रणनीतिक तौर पर रूस और यूक्रेन दोनों के लिए अहम है.
इस साल अक्तूबर के महीने से रूस यूक्रेन के एनर्जी इन्फ्रास्ट्रक्चर को निशाना बना रहा है. वो इन पर मिसाइलों और ड्रोन से हमले कर रहा है.

यूक्रेन का दावा है कि हमलों के लिए रूस ईरान के शहीद-136 ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा है. ईरान रूस को ड्रोन देने के आरोपों से इनकार करता रहा है, हालांकि यूक्रेन और अमेरिका समेत उसके दूसरे सहयोगी कहते रहे हैं कि ईरान झूठ बोल रहा है.

Compiled: up18 News


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