उत्तर प्रदेश की हापुड़ जिला अदालत में मंगलवार, 16 अगस्त को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब पेशी के लिए लाए गए एक मुल्जिम पर अज्ञात हमलावरों ने दिनदहाड़े ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी गई। इस घटना में मुल्जिम की तुरंत मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक मुल्जिम को हरियाणा से पुलिस हिरासत में लाया गया था। घटना में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
कोर्ट परिसर में मारी गई गोली, दो पुलिसकर्मी घायल
घटना की जानकारी देते हुए पुलिस ने कहा कि लखन सिंह को फरीदाबाद में गिरफ्तार किया गया था और उसे सुनवाई के लिए अदालत में आया था। इसी दौरान हमलावरों ने उसे घेर लिया और 4 से 5 गोलियां चलाईं। एक गोली उसके गले में लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक वारदात में कम से कम तीन से चार लोग शामिल थे, जिन्होंने लखन को गोली मारी और फिर मौके से फरार हो गए। घटना में दो कांस्टेबल ओम प्रकाश और दीपक भी घायल हो गए। दोनों पुलिसकर्मियों का इलाज चल रहा है और वे सुरक्षित हैं।
थाना पुलिस और SOG टीम कर रही जांच
पुलिस के मुताबिक लखन समेत पुलिसकर्मियों को हापुड़ के देवानंदानी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर ने लखन सिंह को मृत घोषित कर दिया। पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर ने बताया कि वारदात का खुलासा करने के लिए थाना पुलिस और एसओजी की टीम को लगाया गया है। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के आधार पर हमलावरों की तलाश की जा रही है।
कौन था मृतक लखन सिंह?
फरीदाबाद पुलिस के एक बयान के अनुसार लखन सिंह (34) नीमका जेल में बंद था और उसके खिलाफ बलात्कार, अवैध हथियार, मारपीट और अवैध खनन की धाराओं सहित कई मामले दर्ज हैं। इसके अलावा उसके खिलाफ 2019 में हत्या का मामला भी दर्ज किया गया था। बताया जा रहा है लखन सिंह, सुंदर भाटी गैंग का सदस्य था और वह एक नाबालिग से बलात्कार के मामले में जेल में बंद था।
-एजेंसी