निर्यात संवर्धन कार्यक्रम में निर्यात और निर्यातकों की समृद्धि को लेकर हुआ मंथन

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• कार्यक्रम में दिग्गजों ने साझा किये अपने अनुभव एवं निर्यात से सम्बंधित विभिन्न योजनाएं
• उद्यमी बोले सरकार और निर्यातकों के आपसी तालमेल से मिलेगी इंडस्ट्री को नई रफ़्तार

आगरा। होटल पीएल पैलेस आगरा में बुधवार को आगरा परिक्षेत्र के निर्यात को प्रोत्साहन के उद्देश्य से एक निर्यात जागरूकता सम्मेलन का आयोजन कार्यालय विदेश व्यापार महानिदेशालय कानपुर, फेडरेशन आँफ इंडियन एक्सपोर्टस, जिला उद्योग केन्द्र एवं सीएलई द्वारा निर्यात बंधू योजना के अंतर्गत एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का दीप-प्रज्वलित कर शुभारंभ कार्यालय विदेश व्यापार महानिदेशालय कानपुर के संयुक्त डीजीएफटी अमित कुमार, जॉइंट कमिश्नर इंडस्ट्री अनुज कुमार, एफमेक के अध्यक्ष पूरन डावर, नेशनल चेंबर के अध्यक्ष राजेश गोयल, फियो की मैनेजिंग कमेटी के सदस्य और एफमेक उपाध्यक्ष गोपाल गुप्ता, हस्तशिल्प निर्यातक संघ (एचईए) के अध्यक्ष रजत अस्थाना, ईसीजीसी के शाखा प्रबंधक आशीष वर्मा ने संयुक्त रूप से किया।

इस मौके पर मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद संयुक्त महानिदेशक विदेश व्यापार महानिदेशालय, कानपुर अमित कुमार ने अपने संबोधन में बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में आगरा से निर्यात 6313 करोड़ रुपये रहा, जिसमें आगरा में चमड़े से बने जूतों का निर्यात 3,200 करोड़ से अधिक और पत्थर से बने हस्तशिल्प उत्पाद 329 करोङ है। हाल ही में भारत सरकार ने लेदर सेक्टर के विकास के लिए अनेक उल्लेखनीय कदम उठाये है। जिसमें डूयूटी ड्रा बैक (Duty Draw Back) पर वृद्धि और निर्यातकों के लिए वाणिज्य मंत्रालय की विशेष स्कीम एडवांस आॅर्थोराईजेशन ( Advance Authorization) में तैयार चमडा़ सहित सारे इनपुट ड्यूटी पे किये बिना, आयात करना शामिल है। एडवांस आॅर्थोराईजेशन को योजना के मापदंडों के तहत निर्यातकों के अनुकूल बनाया गया है।
उन्होंने अवगत कराया कि आगरा से चमड़ा निर्यात का भारत में कुल योग में 20 प्रतशित है और उत्तरप्रदेश में चमडे़ उत्पाद में 58 प्रतिशत आगरा से योगदान है।

निर्यातकों के लिए विभाग उनके उत्पाद के अनुरूप विदेशों में कहाँ-कहाँ मांग है, जिसमें चमडे़ निर्यात के प्रमुख बाजार में अमेरिका का 26 प्रतिशत के साथ भारत का प्रथम निर्यातक है एवं इंग्लैंड, फ्रांस, जर्मनी भी इस श्रृंखला में शामिल है इसके बारे में भी अवगत कराया। उन्होने यह भी अवगत कराया कि विदेश व्यापार नीति 2023 ई-काॅमर्स पर विशेष बल देती है, निर्यातकों को इस तरफ भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। भारत सरकार ई कॉमर्स एक्सपोर्ट को निरंतर बढ़ावा दे रही है और ई कॉमर्स का एक्सपोर्ट का 200 बिलियन एक्सपोर्ट लक्ष्य 2030 तक निर्धारित है जिसमें सभी का सहयोग मिलेगा।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अमित कुमार, विदेश व्यापार, कानपुर ने कहा कि आगरा से निर्यात में वृद्धि की असीम संभावनायें है। उन्होंने निर्यात से जुडे़ विभागों से आह्ववान किया कि वे इस तरह के कार्यक्रम निरंतर आयोजित करते रहे, जिससे समय-समय पर स्टेकहोल्डर्स को निर्यात के प्रति जागरूकता मिलती रहेगी।

एफमेक के अध्यक्ष पूरन डावर ने कहा कि वर्तमान निर्यात के लिए गोल्डन समय है सरकार कंधे से कन्धा मिलाकर आपका साथ दे रही है जरुरत है सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने की। नेशनल चेंबर के अध्यक्ष राजेश गोयल ने आयोजन को निर्यात प्रोत्साहन में मील का पत्थर बताया उन्होंने कहा इस प्रकार के आयोजन सरकार और उद्यमी के बीच पारस्परिक तालमेल को मजबूत करते हैं।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में राकेश कुमार, सहायक महानिदेशक विदेश व्यापार, कानपुर, आलोक कुमार, फियो (FIEO), आशीष वर्मा, शाखा प्रबंधक, ई.सी.जी.सी. एवं आर.के शुक्ला, सहायक निदेशक, सीएलई ने आगरा समस्त स्टेकहोल्डर्स को आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन निर्यातकों को पूरा सहयोग प्रदान करेगा।

इस मौके पर फियो के संयोजक अविनाश कौशल, एनसीआईसी के एफटीसी के चेयरमैन राजेश अग्रवाल, फियो के जय अग्रवाल, सीएलई के सहायक निदेशक आरके शुक्ला मुख्य रूप से मौजूद रहे।


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