मणिपुर में महिलाओं के साथ हुए यौन उत्पीड़न पर सीएम बीरेन सिंह ने ट्वीट करके कहा है कि ऐसे जघन्य अपराध के लिए कोई जगह नहीं है और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
बीरेन सिंह ने लिखा, ”वायरल वीडियो में जिन दो औरतों के साथ ये अमानवीय और अपमानजनक घटना हुई, मेरी संवेदनाएं उनके साथ हैं. इस वीडियो के सामने आने के बाद मणिपुर पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए कार्रवाई तेज की थी और इस मामले में गुरुवार सुबह पहली गिरफ़्तारी हुई है.”
मुख्यमंत्री ने कहा- ”इस मामले में जांच जारी है और जो लोग भी दोषी हैं, उनके ख़िलाफ़ सख़्त से सख़्त कार्रवाई की जाएगी. दोषियों को मौत की सज़ा देने की संभावनाओं पर भी विचार किया जाएगा. मैं ये साफ़ कर दूं कि समाज में ऐसे जघन्य अपराध के लिए कोई जगह नहीं है.”
समाचार एजेंसी एएनआई से सीएम बीरेन सिंह ने कहा, ”ये इंसानों वाला काम नहीं है. हमने इसकी निंदा की. पुलिस से कहा कि जहां भी शक हो, वहां ऑपरेशन चलाकर सबूत जुटाकर ऐसे अपराध करने वालों को पकड़ा जाए. ऐसे दोषियों को मौत की सज़ा दी जाए.”
पीएम मोदी की निंदा और सुप्रीम कोर्ट के स्वत: संज्ञान पर बीरेन सिंह से जब पूछा गया तो वो बोले- ”दुनिया में जो मानवता है, मानव हैं वो इस घटना की निंदा करेंगे.”
इस मामले में गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने भी स्वत: संज्ञान लिया है. सुप्रीम कोर्ट इस मामले में 28 जुलाई, शुक्रवार को सुनवाई करेगा.
चीफ़ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, ”सरकार को इस मामले में दखल देना चाहिए और एक्शन लेना चाहिए. ये पूरी तरह अस्वीकार्य है. ये घटना बेहद परेशान करने वाली है. ये संविधान और मानवाधिकारों का उल्लंघन है.”
मुख्य न्यायाधीश की बेंच ने केंद्र और मणिपुर सरकार से इस मामले में क्या कदम उठाए गए, इस बारे में 28 जुलाई तक बताने के लिए कहा है.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सरकार बताए कि ऐसी घटनाएं फिर ना हो, इसके लिए क्या कदम उठाए गए.” चंद्रचूड़ ने कहा कि वीडियो भले ही मई का हो पर इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.
Compiled: up18 News