बिहार में नीतीश सरकार में क़ानून मंत्री बनाए गए कार्तिकेय सिंह को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है. विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राष्ट्रीय जनता दल के नेता और एमएलसी कार्तिकेय सिंह को मंत्री बनाए जाने का विरोध किया है.
बीजेपी के राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि अगर कार्तिकेय सिंह के ख़िलाफ़ वारंट है, तो उन्हें सरेंडर कर देना चाहिए था. उन्होंने कहा, लेकिन कार्तिकेय सिंह ने क़ानून मंत्री के रूप में शपथ ली है. मैं नीतीश कुमार से पूछता हूँ क्या वे फिर से बिहार को लालू के समय में ले जाने की कोशिश कर रहे हैं? कार्तिकेय सिंह को तुरंत बर्ख़ास्त करना चाहिए.
इस बीच मीडिया से बातचीत में नीतीश कुमार ने कहा है कि वे इस बारे में कुछ नहीं जानते हैं और उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़ कार्तिकेय सिंह को 12 अगस्त को अदालत ने एक सितंबर तक की अंतरिम सुरक्षा दी थी.
इस बीच समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कार्तिकेय सिंह ने कहा है कि सभी विधायकों और मंत्रियों ने हलफ़नामा दाख़िल किया है और इसमें ऐसा कुछ नहीं है.
-एजेंसी