ज्ञानवापी मस्जिद विवाद में शनिवार का दिन काफी अहम रहा। वाराणसी कोर्ट में पांच महिलाओं की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई के क्रम में जारी आदेश के तहत एडवोकेट कमिश्नर के नेतृत्व में टीम ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में प्रवेश करने में सफल रही। अब तक कोर्ट की ओर से नियुक्त टीम को मस्जिद के भीतरी भाग के सर्वेक्षण को अनुमति नहीं दी जा रही थी। मुस्लिम पक्षकारों ने सर्वेक्षण को रोकने की भरसक कोशिश की।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचकर वाराणसी कोर्ट के आदेश को चुनौती दी गई लेकिन चीफ जस्टिस एनवी रमना ने इस याचिका पर तत्काल सुनवाई से इंकार कर दिया। इसके बाद वाराणसी कोर्ट ने शनिवार को हर हाल में मस्जिद के सर्वेक्षण कार्य को शुरू कराने का आदेश दिया।
कोर्ट की ओर से एडवोकेट कमिश्नर को सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक यानी 4 घंटे तक सर्वेक्षण के आदेश दिए थे। इस आदेश के आधार पर शनिवार की सुबह करीब 7.45 बजे तक कोर्ट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र, स्पेशल कमिश्नर विशाल सिंह और प्रशासनिक पदाधिकारियों, वादी पक्ष, प्रतिवादी पक्ष के 52 लोगों की टीम ने ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में प्रवेश किया।
तहखानों की जांच शुरू कराई गई। मस्जिद के तहखाने में स्थित चारों कमरों का सर्वे कराया गया है। इस दौरान प्रशासन की टीम के साथ सपेरे भी मौजूद रहे। दोपहर करीब 12 बजे सर्वे का कार्य पूर्ण होने के बाद हिंदू पक्ष के वकील ने दावा किया कि सबूत हमारे पक्ष में हैं। उम्मीद से अधिक सबूत मिले हैं। सर्वे का काम पूरा होने के बाद 17 मई को कोर्ट के समक्ष रिपोर्ट पेश किया जाएगा।
सुबह 8 बजे से शुरू हुआ सर्वे
ज्ञानवापी मस्जिद के पहले दिन के सर्वे का कार्य सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक चलेगा। एडवोकेट कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा के साथ 52 लोगों की टीम ने तहखाने के चारों कमरों का सर्वेक्षण किया। इस दौरान पूरे अभियान की वीडियोग्राफी की गई। टीम ने दीवारों की बनावट से लेकर खंभों तक की वीडियोग्राफी की।
रविवार को सुबह 8 बजे से एक बार फिर सर्वे का काम शुरू किया जाएगा। सर्वे के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। मस्जिद परिसर के करीब एक किलोमीटर के दायरे में 1500 से अधिक पुलिस और पीएसी के जवानों की तैनाती की गई। पहले तहखानों की चाबी नहीं दिए जाने का मामला सामने आया, लेकिन एडवोकेट कमिश्नर की ओर से इस बारे में कोई बात नहीं कही गई। इसे अफवाह माना गया है।
सर्वे में उम्मीद से ज्यादा मिला?
विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह बिसेन ने सर्वे का कार्य पहले दिन पूरा होने के बाद कहा कि कोर्ट ने प्रक्रिया को पूरी तरह से गोपनीय रखने का आदेश दिया है। इस संबंध में हम कोई जानकारी नहीं दे सकते।
हालांकि उन्होंने एक बात कही कि वहां जो कुछ था, वह केवल मेरी नहीं, सबकी कल्पना से बहुत ज्यादा था। इसको लेकर कयासबाजी का दौर शुरू हो गया है। वैसे कोर्ट में टीम को अपनी रिपोर्ट 17 मई को देनी है। ऐसे में माना जा रहा है कि कोर्ट में पेश की जाने वाली जांच रिपोर्ट के आधार पर ही पूरी बात निकल कर सामने आ पाएगी।
तहखाने के चारों कमरों का हुआ सर्वे
सर्वेक्षण टीम ने ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाना के चारों कमरों का सर्वे किया। इसमें से तीन कमरे मुस्लिम पक्ष के कब्जे में हैं और एक कमरा हिंदू पक्ष के पास है। तीन कमरों में ताले लगे थे। कुछ को चाबी से खोलवाया गया और कुछ को तोड़ना पड़ा। सर्वेक्षण के बाद सभी स्थान को एक बार फिर सील कर दिया गया है। बंद कमरों में सांप रहने की आशंका को देखते हुए वन विभाग की टीम को भी बुलाया गया था। सपेरे इस दौरान सर्वेक्षण टीम के साथ मौजूद रहे।
-एजेंसियां