राजधानी दिल्ली और आस-पास के इलाकों में इस बार के मॉनसून ने भले कम राहत पहुंचाई लेकिन यमुना नदी का जलस्तर लगाता बढ़ रहा है। शनिवार रात 8 बजे इसका जलस्तर 205.88 मीटर पर था वहीं रविवार को यह 204.83 मीटर पर रहा। इसके बाद यमुना नदी के आस-पास के इलाकों से लोगों को तेजी से निकाला जा रहा है। माना जा रहा है कि बाढ़ का खतरा भी पैदा हो सकता है। पूर्वी दिल्ली के एसडीएम आमोद बर्थवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि नदी के करीब रहने वाले 13000 लोगों में से लगभग 5000 लोगों को राष्ट्रमंडल खेल गांव, हाथी घाट और लिंक रोड पर बने तंबुओं में ले जाया गया है।
बाकी लोग सुरक्षित 200 लोगों को ऊंचे स्थानों पर पहुंचाया गया
एसडीएम आमोद बर्थवाल ने आगे कहा कि बाकी लोग सुरक्षित हैं और उन्हें अन्य स्थानों पर स्थानांतरित करने की आवश्यकता नहीं है। बर्थवाल ने यह भी उम्मीद की है जलस्तर गिरने की संभावना है। वहीं करावल के एसडीएम संजय सोंधी ने बताया कि उनके जिले से निचले इलाकों से 200 लोगों को ऊंचे स्थान पर ले जाया गया है। इन लोगों को पीने का पानी, भोजन और अन्य आवश्यक चीजें उपलब्ध कराई गई हैं।
कब मानें दिल्ली में बाढ़ आ गई
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की आशंका भी घर कर रही है। बाढ़ की चेतावनी तब घोषित की जाती है जब हरियाणा के यमुना नगर में हथिनीकुंज बैराज से पानी छोड़े जाने की दर 1 लाख क्यूसेक के निशान से ऊपर चली जाए। इसके बाद वहां रहने वाले लोगों को वहां से तत्काल प्रभाव से निकाला जाता है।
-एजेंसी