प्रयागराज: भारत की सनातन संस्कृति,आध्यात्म और आस्था का प्रतीक महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू है। महाकुंभ में श्रद्धालुओं का सैलाब संगम में आस्था की डुबकी लगा रहा है वहीं महाकुंभ में किन्नर अखाड़े का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब नया विवाद किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर हिमांगी सखी के बयान से शुरू हो गया है
हिमांगी सखी ने किन्नर अखाड़े में पहले से चल रहे विवाद से दुखी होकर किन्नर अखाड़ा और सनातन धर्म ही छोड़ देने की धमकी दी है। उन्होंने कहा कि अखाड़े के अंदर चल रहा यह विवाद अब उनके बर्दाश्त के बाहर हो गया है ऐसे में वह जल्द ही धर्म परिवर्तन करने पर विचार करेंगी। बता दें कि महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने ये बयान किन्नर अखाड़े की एक अन्य महामंडलेश्वर कल्याणी नंद गिरी पर हमले के बाद दिया है।
महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने कहा कि उनके ऊपर इस हमले का आरोप लगा है जबकि उनका इससे कोई वास्ता नहीं है। इससे पहले उनके खुद के ऊपर हमला हुआ था उस हमले में वह गंभीर रूप से घायल हुई थीं। हिमांगी सखी ने आरोप लगाया कि वह हमला खुद किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कराया था।
हिमांगी सखी ने कहा कि किन्नर अखाड़े में वर्चस्व की जंग चल रही है जल्द से जल्द यह जंग खत्म होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह विवाद जल्द खत्म नहीं होता तो उन्हें अखाड़े से और सनातन धर्म से बाहर होने के लिए विचार करना होगा। उन्होंने धर्म परिवर्तन करने की धमकी दी है।
बता दें कि फिल्म अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने पर पहली किन्नर जगदगुरु महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने सवाल उठाया था। इसके बाद ही उनके ऊपर जानलेवा हमला हुआ। इस हमले में हिमांगी सखी गंभीर रूप से घायल तो हुईं लेकिन उनकी जान बच गई।
हिमांगी ने इस हमले के लिए आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और उनके साथियों पर आरोप लगाया है।वहीं ममता कुलकर्णी के एक बार महामंडलेश्वर पद छोड़ने और फिर से उसी पद पर आसीन होने को हिमांगी ने मजाक बयाया। कहा कि इन लोगों को धर्म और शास्त्र से कोई मतलब नहीं है दिखावे की जिंदगी है और इन लोगों ने सनातन धर्म का भी मजाक बना दिया है। हिमांगी ने आरोप लगाया कि किन्नर अखाड़े में मांस-मदिरा का सेवन हो रहा है कई लोग शराब के नशे में उनके शिविर में भी घुस आए थे।
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