माथुर वैश्य इंटरनेशनल क्लब का 26वां अधिवेशन ‘आरोही–2026’ 21 दिसंबर को आगरा में भव्य रूप से होगा आयोजित

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आगरा। माथुर वैश्य समाज की एकता, संगठन और सेवा को नई दिशा देने के उद्देश्य से माथुर वैश्य इंटरनेशनल क्लब अपने 26वें वार्षिक अधिवेशन ‘आरोही–2026’ का भव्य आयोजन 21 दिसंबर को आगरा में करने जा रहा है। पंचकुइया स्थित सभागार में उद्योगपति बाबू रोशनलाल गुप्ता द्वारा आमंत्रण पत्र के भव्य विमोचन के साथ अधिवेशन की तैयारियों का औपचारिक शुभारम्भ हुआ।

21 दिसंबर को ग्राण्ड माक्विस में होगा आयोजन

‘आरोही–2026’ का आयोजन 21 दिसंबर (रविवार) को फतेहाबाद रोड स्थित ग्राण्ड माक्विस में प्रातः 10 बजे से शुरू होगा। क्लब के गवर्नर प्रथम अशोक कुमार गुप्ता ने कार्यक्रम की रूपरेखा और क्लब की उद्देशपरक गतिविधियों की जानकारी दी।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. रचना गुप्ता (मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी, आगरा) होंगी जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ समाजसेवी बाबू रोशनलाल गुप्ता औऱ समाजसेवी सुरेन्द्र गुप्ता उपस्थित रहेंगे।

इसके अलावा अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश गुप्ता ‘मामा’, अधिवेशन चेयरमैन आशा विनोद सर्राफ, सह-अधिवेशन चेयरमैन अंजना लक्ष्मीकान्त गुप्ता, वर्तमान गवर्नर रीता अलंकार, तथा वर्ष 2026 के गवर्नर अशोक गुप्ता भी मंच की शोभा बढ़ाएंगे।

देशभर से आएंगे 1200 प्रतिनिधि

अधिवेशन सचिव राजेश गुप्ता के अनुसार देशभर के 70 क्लबों से लगभग 1200 प्रतिनिधि, जिनमें अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष और पीआरओ शामिल हैं, इस अधिवेशन में भाग लेंगे। अधिवेशन को सफल बनाने के लिए 10 समितियों का गठन किया गया है।

गवर्नर द्वितीय पी.एन. गुप्ता ने बताया कि सम्मेलन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सर्वश्रेष्ठ क्लबों को सम्मानित किया जाएगा। साथ ही वर्ष 2026 की कार्ययोजना पर भी व्यापक मंथन होगा।

विमोचन कार्यक्रम में जुटे समाज के गणमान्य लोग

आमंत्रण पत्र विमोचन कार्यक्रम में चार्टर गवर्नर बी.एन. गुप्ता, पूर्व गवर्नर राकेश गुप्ता, गवर्नर द्वितीय पी.एन. गुप्ता, मुकेश गुप्ता, कोषाध्यक्ष राजकिशोर गुप्ता, दिवाकर गुप्ता, लक्ष्मीकांत गुप्ता, विनय गुप्ता, वीरू गुप्ता, राधा गुप्ता, रीता गुप्ता, सीए विनोद गुप्ता, संजय गुप्ता, ज्ञान प्रकाश, स्वाति, संध्या सहित समाज के अनेक प्रतिष्ठित लोग उपस्थित रहे।

अधिवेशन ‘आरोही–2026’ से समाज को नई ऊर्जा, नई दिशा और और अधिक सुदृढ़ संगठनात्मक शक्ति मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।