शरीर की बहुत-सी तकलीफों जैसे कि सांस और त्वचा को तो भाप लेने से आराम पहुंचता ही है, इससे तनाव और थकान भी दूर होते हैं।
ज़ुकाम, खांसी में भाप लेना लाभदायक
ज़ुकाम, खांसी और सिनसाइटिस के लक्षणों से छुटकारा दिलाने में भाप अत्यंत सहायक है, क्योंकि भाप लेने से उपयुक्त नमी के साथ गर्माहट भी मिलती है। इसे स्टीम थैरेपी भी कहते हैं जिसमें गर्म पानी की भाप को इन्हेल किया जाता है। भाप लेने से नाक, गले, और छाती को भी आराम मिलता है, कई शोध में देखा गया है कि गर्म नम हवा नासिका रंध्रों, गले और फेफड़ों में बलगम को हल्का करके राहत पहुंचाती है। इससे रंध्रों में जमे हुए और सूजे हुए ब्लड वेसेल्स यानी रक्त वाहिकाओं को राहत मिलती है जिससे सांस लेने में आसानी होती है और श्वसन तंत्र भी मज़बूत होता है। इसके अलावा अस्थमा, ब्रोंकाइटिस से भी आराम मिल सकता है।
त्वचा के लिए सुरक्षा कवच
भाप लेने से चेहरे की थकान दूर होती है, ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। इसके साथ ही ये चेहरे के रोम छिद्रों को खोलने में भी मदद करता है। ये ब्लैकहेड्स से भी छुटकारा दिलाने में सहायक है क्योंकि भाप लेने से ये मुलायम हो जाते हैं जिससे इन्हें आसानी से निकाला जा सकता है। ये लंबे समय तक त्वचा को जवां बनाए रखने में सहायक है। उम्र बढ़ने के साथ ही, आपकी त्वचा पर झुर्रियां आने लगती है। पर स्टीम लेने से मृत त्वचा कोशिकाओं से छुटकारा मिलता है और त्वचा की चमक बढ़ती है। स्टीम लेने से ये गंदगी बाहर निकल जाती है जिससे पिंपल्स की समस्या भी दूर होती है। डार्क सर्कल की समस्या दूर होने के साथ ही आंखों की थकान भी मिटती है। इसके अलावा भाप लेने से शरीर के विषैले पदार्थ, जैसे कीटाणु, बैक्टीरिया और अन्य संक्रमण भी बाहर निकल सकते हैं।
तनाव और थकान से राहत
भाप लेने से तनाव कम हो सकता है। इसके साथ ही दिल की धड़कन भी सामान्य होती है, जिससे शारीरिक और मानसिक थकान से निजात पाई जा सकती है।
सावधानियों से समाधान
भाप लेते समय सावधानी बरतना भी ज़रूरी है। अगर आपको खांसी, ज़ुकाम, अस्थमा जैसे लक्षण हैं या किसी रोग का संदेह है, तो डॉक्टर से सलाह लेना सबसे अच्छा है। वे आपको आपकी स्थिति के अनुसार सही उपाय बता सकते हैं।
भाप लेते समय ध्यान रखें कि आपका चेहरा बर्तन के ज़्यादा नज़दीक न हो।
पानी को अधिक गर्म न करें।
यदि आपके चेहरे के पोर्स ज़्यादा खुले हुए हैं तो भाप लेने से बचें।
भाप लेना कई प्रकार से लाभदायक है पर इसे अपनी दिनचर्या में नियमित रूप से शामिल न करें। साथ ही, चिकित्सक से परामर्श लेकर ही भाप लें।
– एजेंसी