अमेरिका के हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स की स्पीकर नैंसी पेलोसी के पिछले हफ़्ते ताइवान दौरे की प्रतिक्रिया में चीन द्वारा बड़े पैमाने पर शुरू किया गया सैन्य अभ्यास अब भी जारी है.
चीन अपना यह सैन्य अभ्यास ताइवान के आसपास कर रहा है. ताइवान के विदेश मंत्री ने कहा है कि चीन का यह सैन्य अभ्यास हमले की तैयारी है. चीन पहले से ही कहता रहा है कि अगर ज़रूरत पड़ी तो ताइवान को बलपूर्वक भी ख़ुद में मिला सकता है.
मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ़ वु ने कहा कि चीन ताइवानी स्ट्रेट की यथास्थिति बदलने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने कहा कि चीन की सैन्य गतिविधियों से चिंता बढ़ी है कि वह संभवतः हमला कर सकता है.
जोसेफ़ वु ने कहा, ”दशकों से ताइवान स्ट्रेट में मेडिअन लाइन को लेकर यथास्थिति रही है. चीन और ताइवान के बीच यथास्थिति में मेडिअन लाइन प्रतीक के तौर पर रही है. लेकिन पिछले कुछ दिनों में चीनी सैन्य अभ्यास के कारण इसे नुक़सान पहुँचा है. इससे क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और ताइवान की सुरक्षा पर विपरीत असर पड़ेगा.”
बुधवार से रविवार के बीच चीन ने मेडिअन लाइन के पार 120 एयरक्राफ़्ट भेजे हैं. ताइवान ने भी जवाब में एयरक्राफ़्ट और पोतों की तैनाती की है. ताइवान ने कहा है कि चीनी आक्रामकता की निगरानी के लिए ये तैनाती ज़रूरी हैं.
जोसेफ़ वु ने कहा, ”हम ताइवान स्ट्रेट की सुरक्षा और उसकी यथास्थिति बनाए रखने के लिए दुनिया के ज़्यादा से ज़्यादा देशों से समर्थन चाहिए.”
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि सोमवार को शाम में पाँच बजे के आसपास चीन के 39 लड़ाकू विमान और 13 युद्धपोत ताइवानी समुद्री क्षेत्र में आए थे. इसके अलावा सोमवार को पीपल्स लिबरेशन आर्मी के 21 जेट मेडिअन लाइन पार कर ताइवानी जल क्षेत्र में आए थे.
-एजेंसी
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