प्रवर्तन निदेशालय ED ने निलंबित IAS अधिकारी पूजा सिंघल के खिलाफ गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की है. मनी लॉउंड्रिग के आरोप में पूजा सिंघल से संबंधित 82.77 करोड़ की संपत्ति अस्थायी रूप से अटैच किया है. इन संपत्तियों में पल्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल समेत पल्स डायग्नोस्टिक एंड इमेजिंग सेंटर और संजीवनी के नाम पर खरीदी गयी संपत्ति को ईडी ने अटैच किया है.
खूंटी डीसी के दौरान मनरेगा घोटाले का लगा है आरोप
मालूम हो कि पूजा सिंघल की संपत्ति को अटैच करने को लेकर दिल्ली स्थित ईडी मुख्यालय ने इससे संबंधित प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया. पूजा सिंघल पर खूंटी डीसी रहने के दौरान 18.06 करोड़ रुपये का मनरेगा घोटाले का आरोप लगा है. ईडी ने इस मामले में गत पांच मई, 2022 को पूजा सिंघल और उनसे कई ठिकानों पर एक साथ छापामारी की थी. इस छापामारी में कई अहम दस्तावेज मिले थे.
ईडी की जांच में हुए कई खुलासे
ईडी को मनरेगा घोटाले की जांच के दौरान पूजा सिंघल की नाजायज आमदनी को जायज करार देने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाने की जानकारी मिली थी. जांच में यह भी पाया गया था कि बैंकिंग चैनलों के जरिये इसे सही करार देने की कोशिश की गयी. वहीं, अचल संपत्ति खरीदने में भी इसका उपयोग किया गया. ईडी की जांच में यह भी पाया गया था कि पल्स हॉस्पिटल, पल्स डायग्नोस्टिक एंड इमेजिंग सेंटर सहित अन्य संपत्ति खरीदने में इस पैसे का उपयोग किया गया.
रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद हैं पूजा सिंघल
मालूम हो कि मनी लाउंड्रिंग मामले में गिरफ्तार सस्पेंड IAS अधिकारी पूजा सिंघल इनदिनों रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में हैं. दो माह बाद एक बार फिर जेल गयी है. इससे पहले जेल में बंद पूजा सिंघल ने सीने में दर्द की शिकायत की थी. शिकायत के आधार पर गत 27 सितंबर, 2022 को रिम्स में बेहतर इलाज के लिए भर्ती कराया था. रिम्स मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट के आधार पर दो महीने बाद यानी 27 नवंबर, 2022 को उन्हें दोबारा जेल भेज दिया गया.
Compiled: up18 News