सुकेश चंद्रशेखर ने अब किसी और जेल में स्‍थानांतरित करने के लिए लिखा LG को पत्र

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चंद्रशेखर के वकील अशोक के सिंह ने सात नवंबर को लिखा पत्र उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना को नौ नवंबर को सौंपा था।

चंद्रशेखर ने पत्र में आरोप लगाया, ‘‘मेरे पास उनके (आप नेताओं) खिलाफ बहुत महत्वपूर्ण सबूत हैं और वह इसके बारे में बहुत अच्छी तरह से जानते हैं। वह मुझे और मेरी पत्नी लीना पॉलोज को नुकसान पहुंचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं जो इसी मामले में मंडोली जेल में बंद हैं।’’

उसने आरोप लगाया कि जेल अधीक्षक और अन्य अधिकारी उसके ऊपर ‘‘बहुत दबाव डाल रहे हैं’’ और उसे ‘‘परेशान’’ कर रहे हैं।

उसने आरोप लगाया, ‘‘इसके अलावा जैन मुझे समझौते के लिए प्रस्ताव भेज रहे हैं और यदि मैं स्वीकार नहीं करता तो मुझे और मेरी पत्नी को प्रताड़ित किया जाएगा।’’

उसने दावा किया कि जेल प्रशासन पर जैन और केजरीवाल का नियंत्रण है।

हालांकि, इन आरोपों पर दिल्ली सरकार या आम आदमी पार्टी (आप) की ओर से कोई तत्काल प्रतिक्रिया उपलब्ध नहीं थी। ‘आप’ ने पहले सभी आरोपों का खंडन किया था और इसे ध्यान बांटने की रणनीति बताया था।

‘आप’ ने पहले आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गुजरात और दिल्ली में नगर निगम (एमसीडी) चुनावों में हार के डर से चंद्रशेखर को ‘‘स्टार प्रचारक’’ के रूप में इस्तेमाल कर रही है।

हालिया पत्र में, चंद्रशेखर ने कहा, ‘‘जैसा कि इस मामले में मुख्यमंत्री और गृह/स्वास्थ्य मंत्री, जेल अधिकारी का संबंध है, मैं और मेरी पत्नी तब तक पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हैं, जब तक सभी उल्लेखित व्यक्तियों को गिरफ्तार कर जेल में नहीं लाया जाता।’’

उसने आगे आरोप लगाया कि जेल परिसर के अंदर कुछ दिनों पहले जेल में उसके ऊपर ‘‘शारीरिक रूप से हमला’’ किया गया था।

पत्र में कहा गया, ‘‘न्याय के हित में… कृपया हमें सभी पूछताछ पूरी होने तक उत्तर प्रदेश, हरियाणा या उत्तराखंड की किसी जेल में स्थानांतरित करें… हम, ‘आप’, जैन, केजरीवाल, तिहाड़ और मंडोली जेलों के दिल्ली जेल प्रशासन के कारण गंभीर खतरे में हैं। वह इतने बेशर्म हैं कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के बावजूद मुझ पर फिर हमला किया गया।’’

चंद्रशेखर ने इससे पहले उपराज्यपाल को पत्र लिखकर कथित धमकी और भ्रष्टाचार के लिए केजरीवाल और अन्य के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच की मांग की थी।

Compiled: up18 News