मुंबई। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में शानदार प्रदर्शन करते हुए मजबूत वित्तीय परिणाम दर्ज किए हैं। बैंक का निवल लाभ ₹4,249 करोड़ रहा, जबकि ब्याज आय ₹26,650 करोड़ तक पहुंच गई। कुल कारोबार बढ़कर ₹22.09 लाख करोड़ हो गया, जिसमें 3.24% की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई।
बैंक के रिटेल, कृषि और एमएसएमई (RAM) क्षेत्रों में 8.14% की वृद्धि देखी गई। इनमें से रिटेल अग्रिमों में 23.98% की उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो बैंक की खुदरा उपस्थिति और ग्राहक आधार में मजबूती का संकेत है।
वित्तीय सुदृढ़ता के मोर्चे पर भी बैंक का प्रदर्शन बेहतर रहा। सकल एनपीए (Gross NPA) घटकर 3.29% और निवल एनपीए (Net NPA) मात्र 0.55% रह गया, जो पिछले वर्षों की तुलना में महत्वपूर्ण सुधार है।
पूंजी पर्याप्तता अनुपात (CRAR) बढ़कर 17.07% और CET-1 अनुपात 14.37% दर्ज किया गया। वहीं, आस्तियों पर प्रतिलाभ (ROA) 1.16% और इक्विटी पर प्रतिलाभ (ROE) 15.08% तक पहुंच गया।
विश्लेषकों के अनुसार, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के ये परिणाम उसके मजबूत संचालन, कुशल जोखिम प्रबंधन और खुदरा व कृषि ऋण खंडों में स्थिर वृद्धि को दर्शाते हैं। बैंक की यह वित्तीय प्रगति सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में इसकी स्थिति को और सुदृढ़ बनाती है।
-up18News



 
						