भदोही से समाजवादी पार्टी के विधायक जाहिद बेग ने अदालत में सरेंडर कर दिया है। बता दें कि वह अपने आवास पर नाबालिग नौकरानी की खुदकुशी और एक से ज्यादा बच्चों की तस्करी के मामले में वॉन्टेड थे। विधायक के सरेंडर के दौरान ड्रामा भी खूब हुआ। एक तरफ जहां कोर्ट में विधायक के समर्थकों और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं की भीड़ थी तो दूसरी तरफ वकीलों और पुलिस के बीच भी जमकर कहासुनी हुई। बता दें कि इसके पहले इसी मामले में विधायक के बेटे जाएम बेग को गिरफ्तार किया गया था।
बता दें कि सपा विधायक और उनकी पत्नी के खिलाफ दर्ज 2 मामलों की जांच के बाद उनके बेटे की बुधवार को गिरफ्तारी की गई है। उन पर नाबालिग लड़की से बंधुआ मजदूरी करवाने और नाबालिग को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। दोनों मामलों में विधायक के बेटे पर भी आरोप लगाया गया है। भदोही की पुलिस अधीक्षक मीनाक्षी कात्यायन ने कहा था, ‘जांच में पाया गया कि नाबालिग लड़की से जबरन काम कराया गया था और उसने अपनी मौत से पहले विधायक के घर से भागने की इच्छा जताई थी। जांच में पता चला कि विधायक का बेटा इस मामले में शामिल था।’
8 सितंबर को हुई थी घटना
SP ने बताया कि जाएम बेग को भदोही-जौनपुर सीमा के पास मखदूमपुर इलाके से गिरफ्तार किया गया। विधायक जाहिद बेग के आवास पर काम करने वाली 17 साल की एक घरेलू सहायिका ने 8 सितंबर की रात विधायक के ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में पुलिस ने विधायक और उनकी पत्नी के खिलाफ बंधुआ मजदूरी, उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया था। इस घटना के बाद उनके घर से 17 वर्षीय घरेलू सहायिका नाजिया को मुक्त कराया गया था।
श्रम विभाग ने भी शुरू की कार्रवाई
मानव तस्करी निरोधक इकाई ने इस मामले की जांच शुरू की है। जांच के आधार पर जाहिद बेग और उनकी पत्नी सीमा बेग के खिलाफ बंधुआ मजदूरी प्रणाली (निषेध) अधिनियम की धारा 108 के तहत मामला दर्ज किया गया है। श्रम विभाग ने भी शुक्रवार को विधायक और उनकी पत्नी के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है।
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