आगरा और आसपास के इलाकों में बढती धुप और गर्मी ने सरीसृपों को ठंडे स्थानों की तलाश में अपने प्राकृतिक आवासों से बाहर निकलने के लिए मजबूर कर दिया है। इस दौरान, वाइल्डलाइफ एसओएस रैपिड रिस्पांस यूनिट सबसे अप्रत्याशित स्थान – स्कूल, बेडरूम, स्टोर रूम और बाथरूम जैसी जगहों में सरीसृपों के देखे जाने के संबंध में कई बचाव कॉल्स का जवाब देने में व्यस्त है।
सोमवार को वाइल्डलाइफ एसओएस रैपिड रिस्पांस यूनिट ने आगरा-दिल्ली हाईवे पर स्थित शारदा वर्ल्ड स्कूल के परिसर से 6 फुट लंबे अजगर को बचाया।
वाइल्डलाइफ एसओएस रैपिड रिस्पांस यूनिट ने बेनारा उद्योग लिमिटेड – इंजन बयरिंग और बुश बनाने वाली कंपनी के बगीचे से छह फुट लंबे अजगर और सिकंदरा स्थित असोपा अस्पताल की पार्किंग छेत्र की बाउंड्री के समीप एक और अजगर को सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया।
रविवार को एक अन्य घटना में, दयालबाग में बच्चों और महिलाओं को शिक्षा और सशक्तिकरण प्रदान करने वाली संस्था ‘एक पहल’ एनजीओ के स्टोर रूम में पांच फीट लंबा रैट स्नेक भी मिला। सांप को कमरे में रखी विभिन्न वस्तुओं के बीच देखा गया था, जिसे बाद में रैपिड रिस्पांस यूनिट द्वारा सुरक्षित रूप से बचाया लिया गया।
हाल ही में, वाइल्डलाइफ एसओएस रैपिड रिस्पांस यूनिट को आगरा एयरफोर्स स्टेशन परिसर के अंदर 5 फीट लंबे कोबरा सांप के तत्काल रेस्क्यू के लिए बुलाया गया। अपनी किचन सिंक के नीचे ज़हरीले सांप को देख हैरान एयरफोर्स स्टेशन में अंदर रहने वाले परिवार ने तुरंत हेल्पलाइन (+91-9917109666) पर वाइल्डलाइफ एसओएस से संपर्क साधा, जो संकट में फसे जानवरों को बचाने के लिए चौबीसों घंटे काम करती है।
आवश्यक बचाव उपकरणों से लैस रैपिड रिस्पांस यूनिट तुरंत स्थान पर पहुंची और सांप को सावधानी से निकाला, जिसके बाद परिवार ने राहत की सांस ली।
वाइल्डलाइफ एसओएस टीम ने आगरा के मुरेंडा छेत्र स्थित सनराइज कॉन्वेंट स्कूल से मॉनिटर लिज़र्ड (गोह) को भी पकड़ा। सरीसृप को खेल के मैदान में देखा गया था। वर्षों के अनुभव से लेस टीम ने सरीसृप को सावधानीपूर्वक निकाला और उसे कपड़े के बैग में स्थानांतरित कर दिया।
सभी सरीसृपों को कुछ घंटे निगरानी में रखने के बाद वापस जंगल में छोड़ दिया गया। सांप एक्टोथर्मिक होते हैं, मतलब वह अपने शरीर के तापमान को स्वयं नियंत्रित करने में असमर्थ होते हैं, इसलिए ज्यादा गर्मी होने पर वह ठंडे एवं छायादार स्थानों की तलाश में बाहर आते हैं।
वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने कहा..कि“सरीसृप कोल्ड ब्लडेड जानवर हैं, जो गर्मियों के दौरान अधिक सक्रिय होते हैं। पिछले कई वर्षों में, लोग अधिक जागरूक हुए हैं और जैसे ही उन्हें कोई सरीसृप दिखाई देता है वह हमारी हेल्पलाइन पर इसकी सूचना देते है। हम सभी कॉलर्स के आभारी हैं, जो इन जानवरों की भलाई को अपनी सुरक्षा के साथ प्राथमिकता देते हैं।
वाइल्डलाइफ एसओएस के डायरेक्टर कंज़रवेशन प्रोजेक्ट्स, बैजुराज एम.वी ने कहा..”अपने घर के भीतर एक सांप को देखना बेहद ही तनावपूर्ण हो सकता है। हालांकि, यह याद रखना ज़रूरी है कि यह जानवर सिर्फ अपनी रक्षा करने या उकसाए जाने पर ही काटते हैं। इसलिए लोगों को इनसे उचित दूरी बनाए रखनी चाहिए और जल्द से जल्द हेल्पलाइन पर सूचना देनी चाहिए।
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