हर रात अच्छी नींद बेशक आपके स्वास्थ्य के लिए दवा की तरह काम करती है। CDC के अनुसार जो व्यक्ति पर्याप्त मात्रा में नींद नहीं लेते हैं उनमें जानलेवा बीमारियों और स्थितियों के विकास का खतरा ज्यादा होता है जिनमें टाइप 2 डायबिटीज, हृदय रोग, मोटापा और अवसाद शामिल हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं ज्यादा सोने से भी आपको कई गंभीर बीमारी हो सकती हैं।
अधिक सोने से क्या होता है?
जॉनस हॉपकिंस मेडिसिन की रिपोर्ट के अनुसार ज्यादा देर तक सोना कई स्वास्थ्य समस्याओं से आपका सामना करवा सकती है। जॉन्स हॉपकिन्स मेडिसिन में मेडिसिन प्रोफेसर वेसेवोलॉड पोलोत्स्की, M D, PhD बताते हैं कि यदि आप हमेशा नींद लेने के मौके तलाशते पाते हैं तो आपको अपने डॉक्टर से इस बारे में जरूर बात करनी चाहिए।
कितना सोना चाहिए?
पोलोत्स्की बताते हैं कि नींद की ज़रूरतें अलग-अलग लोगों में अलग-अलग हो सकती हैं लेकिन सामान्य तौर पर, विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि स्वस्थ वयस्कों को प्रति रात औसतन 7 से 9 घंटे तक सोना चाहिए। यदि आपको नियमित रूप से आराम महसूस करने के लिए प्रति रात 8 या 9 घंटे से अधिक नींद की आवश्यकता होती है, तो यह एक आंतरिक रूप से पैदा हो रही समस्या का संकेत हो सकता है।
क्या अधिक सोने से वजन बढ़ता है?
बहुत अधिक या बहुत कम सोने से भी आपका वजन बहुत अधिक हो सकता है। एक हालिया अध्ययन से पता चला है कि जो लोग हर रात नौ या 10 घंटे सोते हैं, उनमें सात से आठ घंटे के बीच सोने वाले लोगों की तुलना में छह साल की अवधि में 21% अधिक मोटे होने की संभावना होती है।
ज्यादा सोने से कौन सी बीमारी हो सकती है
एक्सपर्ट बताते हैं कि नियमित लंबे घंटों तक सोने से खून में शुगर की मात्रा बढ़ने लगती है या यूं कहें कि शरीर इंसुलिन बनाना कम कर देता है जिससे व्यक्ति गंभीर बीमारी डायबिटीज का शिकार हो जाता है।
इन हिस्सों में होता है गंभीर दर्द
कुछ लोगों को सिरदर्द होने की संभावना होती है। शोधकर्ताओं का मानना है कि यह सेरोटोनिन सहित मस्तिष्क में कुछ न्यूरोट्रांसमीटर पर नींद के कारण प्रभाव होने लगता है। इसके अलावा ज्यादा सोने से कमर और पीठ पर भी समान रूप से प्रभाव पड़ता है। जिससे आप गंभीर
ओवर स्लीपिंग से क्या होता है डिप्रेशन
हालाँकि अनिद्रा अधिक नींद की तुलना में अवसाद से अधिक जुड़ी होती है, लेकिन अवसाद से पीड़ित लगभग 15% लोग बहुत अधिक सोते हैं। यह बदले में उनके अवसाद को और खराब कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ठीक होने की प्रक्रिया के लिए नियमित और पर्याप्त नींद महत्वपूर्ण होता है।
देर तक सोने से क्या होती है हार्ट डिजीज
द नर्सेस स्टडी में शामिल लगभग 72,000 महिलाओं पर हुए एक ऑब्सर्वेशन के अनुसार जो महिलाएं प्रति रात नौ से 11 घंटे सोती हैं, उनमें आठ घंटे सोने वाली महिलाओं की तुलना में कोरोनरी हृदय रोग होने की संभावना 38% अधिक होती है।
-एजेंसी