फडणवीस से मिलकर प्रेस से बोले श्रद्धा के पिता, आफताब को फांसी की सजा हो

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विकास वालकर ने कहा कि जिन बच्चों को 18 साल की उम्र के बाद आजाद रहने की इजाजत दे दी जाती है। उस पर कोई प्रतिबंध लाना चाहिए या उनकी काउंसलिंग की जानी चाहिए। जब मेरी बेटी ने हमारे परिवार को छोड़ा तब उसने कहा कि मैं बड़ी हो चुकी हूं और आत्मनिर्भर हूं, अब मैं कुछ भी कर सकती हूं। यह बात आज के दौर में सोचने वाली है।

दिल्ली पुलिस की जांच सही दिशा में चल रही है

विकास वालकर ने कहा कि दिल्ली पुलिस का जो इन्वेस्टीगेशन चल रहा है वह सही दिशा में चल रहा है। हालांकि, वसई पुलिस ने जांच में जो लापरवाही की है उसकी वजह से मुझे काफी दुख है। पुलिस ने अगर वक्त रहते इस पूरे मामले की अच्छे से जांच की होती तो मेरी बेटी आज जिंदा होती है या फिर श्रद्धा की मौत का सुराग मिलने में पुलिस को और भी आसानी होती।

विकास वालकर ने कहा कि आफताब के परिवार को इस पूरे मामले की जानकारी थी लेकिन उनके परिवार ने हमें कोई भी जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा कि 23 सितंबर 2022 को मैं पुलिस स्टेशन गया लेकिन मेरी शिकायत 3 अक्टूबर को दर्ज की गई।

आफताब की न्यायिक हिरासत और 14 दिन के लिए बढ़ाई

दिल्ली की एक अदालत ने अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की कथित तौर पर हत्या कर उसके शव के 35 टुकड़े करने के आरोपी आफताब पूनावाला की न्यायिक हिरासत की अवधि शुक्रवार को 14 दिन के लिए बढ़ा दी। अदालत के एक सूत्र ने यह जानकारी दी।

सूत्र ने बताया कि पूनावाला को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अदालत के समक्ष पेश किया गया। 26 नवंबर को मामले की पिछली सुनवाई के दौरान अदालत ने पूनावाला की न्यायिक हिरासत की अवधि 13 दिन के लिए बढ़ा दी थी।

पूनावाला (28) ने श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े किए थे और उन्हें शहर के अलग-अलग हिस्सों में ठिकाने लगाने से पहले तीन हफ्ते तक दक्षिण दिल्ली के महरौली स्थित अपने आवास पर 300 लीटर के एक फ्रिज में रखा था।

-Compiled by up18 News


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