नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने सोमवार को दिल दहला देने वाले हत्याकांड का खुलासा किया। 18 मई यानी करीब 6 महीने पहले लिव इन पार्टनर आफताब पूनावाला ने अपनी 26 साल की प्रेमिका श्रद्धा की बेरहमी से हत्या कर दी। उसके शव को आरी से काटा। नया फ्रिज लाया ताकि टुकड़े उसमें रख सके और बदबू दबाने के लिए अगरबत्ती सुलगाता था।
18 दिन तक रोज रात 2 बजे उठता और शव के टुकड़े जंगल में फेंक आता था। पुलिस ने आफताब को शनिवार को अरेस्ट किया। इसके बाद उसने श्रद्धा की हत्या की सनसनीखेज कहानी बताई। इधर, कोर्ट ने आफताब को 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
श्रद्धा मर्डर केस पर ADCP (साउथ) अंकित चौहान ने बताया कि यहां पर एक लड़का-लड़की मुंबई से आए थे। जब लड़की के माता-पिता की लड़की से बहुत दिनों तक बात नहीं हो पाई तो लड़की के माता-पिता ने उसकी लापता रिपोर्ट मुंबई पुलिस में कराई। वहां से उनको लड़की का आखिरी ज्ञात स्थान दिल्ली पता चला।
मुंबई में शेफ की ली ट्रेनिंग
आरोपित आफताब अमीन पूनावाला ने 2 सप्ताह की मुंबई के एक होटल में शेफ की ट्रेनिंग ली थी। उसे ट्रेनिंग के दौरान मांस काटने की प्रशिक्षण मिला था। इस वजह के चलते आफताब ने बेधड़क होकर गर्लफ्रेंड के शव के दो दर्जन से ज्यादा टुकड़े कर दिए।
दोनों की मुंबई में हुई थी मुलाकात
श्रद्धा महाराष्ट्र के पालघर की रहने वाली थी। दोनों की मुंबई के एक कॉल सेंटर में मुलाकात हुई थी। यहीं से दोनों को प्यार हुआ। जिसके बाद दोनों ने शादी की योजना बनाई थी, हालांकि श्रद्धा के माता-पिता इस शादी के खिलाफ थे। इसी वजह से दोनों मुंबई से भागकर दिल्ली आ गए और छतरपुर में लिव-इन में रहने लगे। श्रद्धा उसके साथ शादी करना चाहती थी, और आफताब शादी से लगातार इनकार कर रहा था। इसी कारण दोनों में झगड़ा होता था।
ट्रेनिंग में सीखा था कैसे मांस को सरंक्षित रखा जाए
इसी बीच 18 मई को आरोपित ने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद हत्या को छिपाने के लिए मृतका के शरीर को कई हिस्सों में काटकर रेफ्रिजरेटर में रख दिया। चूंकि लड़के ने रसोइए की पढ़ाई की थी और उसे मीट वगैरह संरक्षित करके रखने के बारे में जानकारी थी। इसी के चलते उसने मृतका के शरीर को सुरक्षित करके रख लिया।
फिर हर रात प्लास्टिक की थैली में रखकर शव के एक टुकड़े को महरौली जंगल में फेंक आता था, ताकि किसी को शक न हो। यह सिलसिला 18 दिन तक चलता रहा। वह हर रात को दो बजे शव का एक हिस्सा जाकर फेक आता था। पुलिस को पहली बार 8 नवंबर को मामले की जानकारी मिली और पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
पिता ने दिल्ली पुलिस से की शिकायत
वहीं, श्रद्धा का सोशल मीडिया पर अपडेट आना बंद हो गया, जिस कारण मुंबई में माता-पिता की चिंता बढ़ गई। श्रद्धा के पिता विकास मदान वाकर दिल्ली पहुंचे और बेटी को तलाशने की हर संभव कोशिश की, लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिला। अंत में उन्होंने दिल्ली पुलिस से मदद मांगी। 8 नवंबर को श्रद्धा के पिता ने बेटी के अपहरण की FIR दर्ज कराई थी। उन्होंने पुलिस को आफताब के बारे में भी बताया। गुप्त सूचना के आधार पर आफताब को पुलिस ने गिरफ्तार किया और कड़ाई से पूछताछ में उसने सारा सच बता दिया।
-एजेंसी