नीतीश कुमार के एनडीए से अलग होने के बाद पहली बार अमित शाह बिहार आए हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दो दिवसिय दौरे पर बिहार पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि महागठबंधन सरकार के खिलाफ शंखनाद करने के लिए बिहार गए हैं। नीतीश कुमार के खिलाफ शंखनाद की शुरुआत करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के उस सीमांचल इलाके को चुना है, जिसे अल्पसंख्यक बहुल होने के कारण महागठबंधन का मजबूत गढ़ माना जाता है।
अमित शाह अपने इस दो दिवसीय दौरे के दौरान पूर्णिया में जन भावना महासभा यानी एक बड़ी रैली को संबोधित किया। इस दौरान वे महागठबंधन सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि मेरे दौरे से लालू-नीतीश के पेट में दर्द है।
लालू-नीतीश पर जोरदार हमला
अमित शाह ने मंच से कहा कि मुझे मालूम है कि आप मुझे सुन रहे हैं। मेरे भाषण में नुक्स निकाल रहे हैं। कागज पर निकाल लीजिए। बहुत सारे प्रोजेक्ट के बजट बढ़ गए हैं। अमित शाह ने नीतीश कुमार से पूछा कि हमने तो हिसाब दिया, अब आप बताइए कि आपने क्या किया है। सत्ता की कुटिल राजनीति से प्रधानमंत्री नहीं बना जा सकता। अमित शाह ने कहा धारा 370 हटनी चाहिए थी या नहीं, कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है या नहीं। लालू-नीतीश एक बार बोल दें कि मोदी जी ने धारा 370 हटाकर अच्छा काम किया या नहीं। उनकी हिम्मत नहीं है आप तो बोलते हैं ना!
अमित शाह ने कि मोदी सरकार गरीबों की सरकार है। हम गरीबों का सशक्तिकरण करना चाहते हैं। 50 फीसद आबादी बिहार में गरीबों की है। बिहार के घरों में 100 फीसद बिजली पहुंचाने का काम किया, गैस का सिलेंडर पहुंचाने का काम किया। 2 साल तक कोरोना के टीके लेने के बाद हर गरीब को प्रति व्यक्ति प्रति माह 5 किलो राशन मुफ्त में देने का काम किया। हर घर में बैंक अकाउंट पहुंचाया। डायरेक्ट बेनिफिट प्लान के जरिए लोगों के खाते में पैसा पहुंचाया। अब लालू के बिचौलिए आपका हक मार नहीं सकेंगे। पूर्णिया में हवाई अड्डा बन गया है। 12 जिले के लोगों को लाभ मिलेगा। यहां से सस्ती फ्लाइट मिलेगी। इसके लिए अब पटना नहीं जाना पड़ेगा।
बिहार में लौट आया है जंगलराज
महागठबंधन सरकार पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि नीतीश कुमार ने लालू यादव के साथ जाकर जंगलराज का नजरिया स्पष्ट कर दिया है। जिस दिन से महागठबंधन की सरकार बनी है, उसी दिन से कानून-व्यवस्था चरमरा गई। नीतीश कुमार ने कहा हमारे साथ षड्यंत्र किया जा रहा है। लॉ एंड ऑर्डर पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा था कि बिहार में जनता राज है, षड्यंत्र किया जा रहा है, लेकिन नीतीश कुमार आप भूल रहे हैं कि आप तो षड्यंत्र करने वालों के साथ ही बैठे हैं।
मोदी से नहीं, बिहार की जनता से धोखा, अब सीमांचल में खिलेगा कमल
अमित शाह ने मंच से कहा कि अब ना नीतीश कुमार की पार्टी आएगी, ना लालू की पार्टी आएगी। अब सीमांचल के हिस्से में मोदी जी का कमल खिलेगा। 2024 में महागठबंधन का सूपड़ा साफ हो जाएगा। नीतीश कुमार की एक ही नीति केवल कुर्सी रहनी चाहिए। अमित शाह ने कहा कि नीतीश कुमार दल बदल कर जो धोखा दे रहे हैं, यह धोखा पीएम मोदी के साथ नहीं है। यह धोखा बिहार की जनता के साथ है।
PM बनने के लिए नीतीश ने तोड़ी मर्यादा
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के लिए नीतीश बाबू ने जो एंटी कांग्रेस राजनीति से जन्म लिया और आरजेडी की गोदी में बैठने का काम किया है। अमित शाह ने मंच से नारे लगवाते हुए कहा कि क्या इस तरीके से नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बन सकते हैं? अमित शाह ने कहा कि नीतीश कुमार ने एक के बाद एक कई लोगों के साथ यही किया। नीतीश ने तो लालू के साथ भी कपट किया। अमित शाह ने मंच ने आरजेडी प्रमुख लालू यादव को चेतावनी देते हुए कहा कि लालू जी संभल कर रहिएगा, नीतीश कुमार आपको भी धोखा देकर कांग्रेस के साथ मिल जाएंगे। अमित शाह ने कहा कि बिहार की भूमि परिवर्तन का केंद्र रही है। इंदिरा जी के इमरजेंसी के खिलाफ आंदोलन बिहार की भूमि और सीमांचल से ही शुरू हुआ है। नीतीश कुमार और लालू के खिलाफ बिगुल फूंकने का काम भी हम यहीं से करेंगे।
अमित शाह का महागठबंधन पर बड़ा हमला
पूर्णिया में अमित शाह ने कहा कि आज मैं यहां आया हूं तब लालू और नीतीश की जोड़ी को पेट में दर्द हो रहा है। वह कह रहे हैं कि झगड़ा लगाने आएंगे, वह कह रहे हैं कुछ करके जाएंगे। झगड़ा लगाने के लिए हमारी जरूरत नहीं है। लालू जी झगड़ा लगाने का काम आपने पूरे जीवन में किया है। जिलों के अपने जिलों के लोगों को यह कहने आया हूं कि नीतीश जी और लालू जी जुड़ गए हैं और नीतीश जी लालू की गोदी में बैठे हैं। इससे डर का माहौल बन गया है। यह सीमांचल का हिस्सा है। भारत का हिस्सा है। यहां किसी को डरने की जरूरत नहीं।
अमित शाह ने लालू नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा कि यह लालू नीतीश की सरकार को चेतावनी का सिग्नल है। इतनी बड़ी संख्या में जो लोग आए हैं, यह उनके लिए चेतावनी का सिग्नल है।
हम बिहार को अनाथालय में नहीं जाने देंगे, नीतीश कुमार आश्रम जाएं’
संजय जायसवाल ने कहा यह धरती कभी अपराध की धरती थी। शाम 5 बजे के बाद यहां कोई बाहर नहीं निकलता था। बांग्लादेशी घुसपैठी अपराध कर रहे, बहू-बेटियां गायब हो जाती हैं। नीतीश कुमार ने अब ऐसे गठबंधन का चुनाव किया है जहां कोई अपराध पर पूछता नहीं है। हम बिहार को अनाथालय में नहीं जाने देंगे। नीतीश कुमार आश्रम जाएं।
लालू के पेट में दर्द हो गया क्या: अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने भारत माता की जय के नारे के साथ सीमांचल में किया लोकसभा चुनाव 2024 का आगाज। कहा- सीमांचल के लोगों जोर से नारा लगाओ, लालू के पेट में दर्द हो गया क्या?
‘भारत माता की जय’ के नारे के साथ अमित शाह ने शुरू किया संबोधन
पूर्णिया में गृह मंत्री अमित शाह का संबोधन शुरू, ‘भारत माता की जय’ के नारे के साथ उन्होंने सीमांचल में किया लोकसभा चुनाव 2024 का आगाज। कहा- सीमांचल के लोगों जोर से नारा लगाओ। लालू यादव-नीतीश कुमार के पेट में दर्द हो रहा।
अमित शाह के सीमांचल के इस दो दिवसीय दौरे को कई मायनों में महत्वपूर्व माना जा रहा है। नीतीश कुमार के भाजपा से अलग होने के बाद अमित शाह पहली बार बिहार के दौरे पर आए हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में किशनगंज को छोड़कर पूरे सीमांचल में एनडीए को बड़ी जीत मिली थी लेकिन इस बार भाजपा अकेले दम पर सीमांचल के मुस्लिम बहुल किशनगंज के अलावा पूर्णिया, कटिहार और अररिया में भी अपनी ताकत साबित करना चाहती है।
कई नेताओं की हो सकती है घर वापसी
जेडीयू से गठबंधन के कारण सीट बंटवारे की समस्या की वजह से भाजपा के कई नेता जो अलग-अलग समय पर पार्टी छोड़ कर जा चुके हैं उन्हें भी इस यात्रा के दौरान फिर से भाजपा के साथ जोड़ने की कोशिश की जाएगी। अमित शाह के इस दौरे से एक दिन पहले पीएफआई के खिलाफ देश भर में उठाए गए सख्त कदम का भी सकारात्मक असर इस दौरे के दौरान दिखाई दे सकता है। दरअसल, 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अपने बल पर 35 प्लस सीट जीतने का लक्ष्य रखा है और अमित शाह के इस दौरे को लोकसभा चुनाव अभियान के श्रीगणेश यानी नीतीश-लालू महागठबंधन के खिलाफ शंखनाद के तौर पर भी देखा जा रहा है।
किशनगंज में पार्टी नेताओं के साथ करेंगे बैठक
अमित शाह अपने इस दो दिवसीय दौरे के दौरान किशनगंज में पार्टी नेताओं के साथ बड़ी बैठक कर चुनावी जीत हासिल करने की रणनीति पर चर्चा भी करेंगे। अमित शाह किशनगंज में बिहार से जुड़े पार्टी के सभी सांसदों, विधायकों और पूर्व मंत्रियों के साथ बैठक कर राज्य के राजनीतिक हालात पर फीडबैक लेंगे और नीतीश कुमार के साथ छोड़ने के बाद पूरे राज्य में चलाए गए विश्वासघात अभियान की समीक्षा करने के साथ ही नेताओं को पूरे प्रदेश में पार्टी को अपने स्तर पर मजबूत बनाने का मंत्र भी देंगे। इसके साथ ही अमित शाह किशनगंज में ही भाजपा प्रदेश कोर समिति के नेताओं के साथ भी अलग से बैठक करेंगे।
शुक्रवार को किशनगंज में ही रात्रि भोजन करेंगे। शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ऐतिहासिक बूढ़ी काली मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद एसएसबी के साथ बैठक के अलावा कई अन्य सरकारी कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे।
-एजेंसी
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