तेलंगाना पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए सात नक्सलियों को एक मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। यह मुठभेड़ मुलुगु जिले के एतुरागारम के जंगलों में हुई। मुलुगु के एसपी डॉ. सबारिश ने यह जानकारी दी। पुलिस ने माओवादियों के कब्जे से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया है।
पुलिस ने बताया कि तेलंगाना पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ मुलुगु जिले के एतुरंगारम मंडल के चलपाका इलाके के जंगलों में रविवार सुबह हुई। इस मुठभेड़ में येलांदु-नरसमपेट इलाके की कमेटी के कमांडर बदरु उर्फ पापन्ना के मारे जाने की खबर है। हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इस मुठभेड़ को लेकर अभी तक पुलिस प्रशासन की तरफ से कोई बयान जारी नहीं किया गया है।
इस बीच पता चला है कि मुलुगु जिले में मरने वालों में माओवादियों के प्रमुख नेता भी शामिल हैं. इलंडु-नरसंपेटा एरिया कमेटी सचिव कुरुसम मंगू उर्फ भद्रू उर्फ पपन्ना (35) ,मृतकों में एटूरुनगरम महादेशपुर के सचिव एगोलापु मल्लया उर्फ मधु (43), मुसाकी देवल उर्फ करुणाकर (22) मुसाकी जमुना (23), जयसिंह (25), किशोर (22) और कामेश (23) शामिल हैं।
मौके से दो एके 47 राइफल और भारी मात्रा में हथियार बरामद किये गये हैं। संयुक्त वारंगल जिले में 14 साल बाद यह सबसे बड़ी मुठभेड़ है।
इससे पहले सितंबर माह में भी तेलंगाना पुलिस और नक्सलियों के बीच तेलंगाना के भद्राद्री के कोठागुडेम इलाके में भी मुठभेड़ हुई थी, जिसमें छह माओवादी मारे गए थे और दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे। मारे गए माओवादियों में एक महिला भी शामिल थी।
इस कार्रवाई को सुरक्षाबलों की एक और बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है, खासकर जब बीजापुर, सुकमा और तेलंगाना सीमा पर सुरक्षाबलों द्वारा नए कैम्प लगाए गए हैं। इन कैम्पों के बाद नक्सली अब तेलंगाना में शरण लेने लगे हैं।