एसबीएफसी फाइनेंस का आईपीओ (SBFC Finance IPO) आज से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है। इस आईपीओ को 7 अगस्त तक सब्सक्राइब किया जा सकता है। आईपीओ में प्राइस बैंड 54 से 57 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। आईपीओ में 600 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी होंगे और 425 करोड़ रुपये का ओएफएस होगा। एसबीएफसी फाइनेंस आईपीओ का कुल ऑफर साइज 1,025 करोड़ रुपये है।
कैसा रहा है एसबीएफसी फाइनेंस का रिजल्ट
वित्त वर्ष 2021 से 2023 के बीच कंपनी की ग्रॉस लोन बुक 45.3 फीसदी सालाना बढ़कर 4,452.7 करोड़ रुपये हो गई। इस दौरान कंपनी की नेट इंटरेस्ट इनकम 29.2 फीसदी बढ़कर 378.9 करोड़ रुपये हो गई। वहीं, कंपनी का नेट प्रॉफिट 32.7 फीसदी सालाना बढ़कर 149.7 करोड़ रुपये हो गया। एसबीएफसी फाइनेंस की एसेट क्वॉलिटी में भी सुधार हुआ है। ग्रॉस एनपीए वित्त वर्ष 2023 में घटकर 2.4 प्रतिशत पर आ गया है। इस दौरान प्रोविजनिंग रेश्यो 38 फीसदी से सुधरकर 42 फीसदी हो गया। नेट इंटरेस्ट मार्जिन 11.7 फीसदी से घटकर 9.3 फीसदी पर आ गया।
सिक्योर्ड एमएसएमई और गोल्ड लोन देती है कंपनी
एसबीएफसी फाइनेंस ग्राहकों को सिक्योर्ड एमएसएमई और गोल्ड लोन देती है। इसके एयूएम का करीब 87 फीसदी हिस्सा ऐसे लोन का है, जो 5 लाख रुपये से लेकर 30 लाख रुपये तक के हैं। एसबीएफसी फाइनेंस का कारोबार 16 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों के 120 शहरों में है। इसके एयूएम में देश के दक्षिणी हिस्से का योगदान 38.5 फीसदी और उत्तरी हिस्से का योगदान 30.8 फीसदी है। पश्चिम का योगदान 21 फीसदी और पूर्वी हिस्से का योगदान 9.7 फीसदी है।
न्यूनतम 260 शेयरों के लिए लगेगी बोली
एसबीएफसी फाइनेंस लिमिटेड के एमडी और सीईओ असीम ध्रु ने बताया कि आईपीओ का सब्सक्रिप्शन तीन अगस्त से खुल रहा है। इसमें हिस्सा लेने के लिए निवेशकों को कम से कम 260 शेयरों के लिए बोली लगानी होगी। इससे ऊपर 260 शेयरों के गुणक में ही बोली लगानी होगी। इसका प्राइस बैंड 54 रुपये से 57 रुपये तय किया गया है जो कि शेयर के फेस वैल्यू के मुकाबले 5.4 और 5.7 गुना है।
आईपीओ में फ्रेश शेयरों की बिक्री से होने वाली आमदनी का इस्तेमाल बिजनेस और असेट बढ़ाने में किया जाएगा। इसके साथ ही भविष्य की पूंजी जरूरतों को पूरा करने के लिए कंपनी के कैपिटल बेस बढ़ाने के लिए भी इसका इस्तेमाल होगा।
Compiled: up18 News