आगरा में केंद्रीय कारागार में निरुद्ध दो बंदियों ने आज खुले में सांस ली तो उनके चेहरे खिल उठे। दोनों अर्थ दंड न जमा कर पाने के कारण जेल में बंद थे। ‘सत्यमेव जयते’ ट्रस्ट ने अर्थदंड का भुगतान कर उन्हें कारागार से मुक्त करा लिया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरकरण के सचिव नवीन कुमार ने बताया कि सिद्धदोष बंदी आफताब पुत्र वली मोहम्मद के खिलाफ थाना देहली गेट मेरठ में पंजीकृत मुकदमे में धारा 307 एवं 302 के तहत मिली सजा भुगत रहा था जबकि बंदी गुलबहार पुत्र शफी थाना फतेहपुर, सहारनपुर में धारा 302,201 के तहत मिली सजा भोग रहे थे। ट्रस्ट के कार्यकर्ता रोहित अग्रवाल ने 15 हजार रुपये उनका अर्थदंड देकर उन्हें कारागार से मुक्त करा लिया।
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जिला जज ने किया मार्गदर्शन
बंदियों के मुक्त किए जाने के अवसर पर जिला जज विवेक संगल ने उनका मार्गदर्शन किया और भविष्य में कोई अपराध न करने के लिए कहा गया। इस दौरान अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मोहम्मद राशिद एवं नीरज गौतम और लोकेश नागर, केंद्रीय कारागार अधीक्षक वीके सिंह, जेलर शिवप्रसाद मिश्रा, डिप्टी जेलर आलोक सिंह मौजूद रहे।

