भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को नासिक में हुए एक कार्यक्रम में शिरकत की. इस कार्यक्रम के दौरान जयशंकर ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर बात की.
जयशंकर से सवाल पूछा गया कि “चीन पाकिस्तान कॉरिडोर गिलगिट से होकर ग्वादर पोर्ट तक जाता है, ज़्यादातर पीओके के रास्ते से होते हुए….”
ये सुनकर जयशंकर बोले, “मैं नहीं मानता कि वहां लक्ष्मण रेखा है. मुझे लगता है कि पीओके भारत का अंग है. एक समय में किसी की कमज़ोरी के कारण, किसी की गलती के कारण हमारे यहां से अस्थायी तौर पर निकल गया. तो आप ये भी जानते हैं कि इसमें पूरे संसद का एक प्रस्ताव है कि हम कभी न कभी पीओके को वापस लेंगे. ये हमारी पोजिशन है.”
जयशंकर ने कहा, “मैं कुछ साल चीन में भी रहा. चीन की जो गतिविधि हैं, जो उनने पाकिस्तान के साथ मिलकर किया है. उसका भी पुराना इतिहास है. हमने उनसे कहा कि पाकिस्तान भी ये नहीं कहता कि वो उसका हिस्सा है. चीन भी उसे अपना नहीं कहता.”
जयशंकर कहते हैं, “कभी कभी लोग क़ब्ज़ा कर लेते हैं. हमें अपनी स्थिति बहुत अच्छे से रखनी होगी. 10 साल पहले आप हमसे पीओके के बारे में बात भी नहीं करते. मगर अब आप सरकार की वजह से ऐसा पूछ रहे हैं.”
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में बीते दिनों आटे की कीमतों को लेकर विरोध प्रदर्शन हुए. इस दौरान हुई हिंसा में एक पुलिसकर्मी की भी मौत हुई थी. लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के नेता अपनी चुनावी सभाओं में पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर का मुद्दा उठा रहे हैं.
-एजेंसी