भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 0.25 फीसदी की बढ़ोत्तरी की है. इसके बाद अब रेपो रेट बढ़कर 6.5 प्रतिशत हो गई है. आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज रेपो रेट में बढ़ोत्तरी की जानकारी देते हुए महंगाई के आंकड़ों पर भी बात की. उन्होंने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिति बहुत खराब नहीं लग रही है और महंगाई भी नीचे आ रही है.
गवर्नर ने कहा, ”आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति में दो के मुक़ाबले चार सदस्यों ने रेपो रेट बढ़ाने का समर्थन किया. उनका मानना था कि ब्याज दर कम रखने और बाज़ार में पैसा बढ़ाने की नीति को वापस लिया जाए.”
रिज़र्व बैंक ने उम्मीद जताई है कि 2023-24 में देश की विकास दर 6.4 फ़ीसदी रहेगी. साथ ही साल 2024 तक महंगाई दर 5.3 फीसदी रहने का अनुमान भी लगाया.
दिसंबर 2022 में भी आरबीआई ने रेपो रेट में 0.35 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की थी जिसे रेपो रेट बढ़कर 6.25 प्रतिशत हो गई थी.
आरबीआई ने इस वित्त वर्ष में अब तक छह बार रेपो रेट में कुल 2.50 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की है.
रेपो रेट वह दर है जिस पर आरबीआई बैंकों को लोन देता है. रेपो रेट बढ़ने से होम लोन, पर्सनल लोन समेत दूसरे लोन भी महंगे हो जाएंगे.
Compiled: up18 News
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