यस बैंक के को-फाउंडर राणा कपूर ने प्रवर्तन निदेशालय ED के सामने कई खुलासे किए हैं। कपूर ने पूछताछ में कहा कि 2010 में उन्हें कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा से 2 करोड़ रुपये में एमएफ हुसैन की एक पेंटिंग खरीदने को ‘मजबूर’ किया गया। ईडी ने कपूर के बयान को मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े केस में सप्लीमेंट्री चार्जशीट का हिस्सा बनाया है।
चार्जशीट के अनुसार राणा ने कहा कि पूर्व कांग्रेस सांसद मिलिंद देवड़ा ने इस पूरी सौदेबाजी के लिए उन पर दबाव बनाया। यह जानकारी सामने आने के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने एक चिट्ठी साझा की है जो कथित रूप से प्रियंका ने राणा को पेंटिंग खरीदने पर ‘धन्यवाद’ देते हुए लिखी। चिट्ठी पर तारीख 4 जून 2010 की है। इसमें बताया गया है कि हुसैन ने राजीव गांधी का पोर्ट्रेट बनाया था। चिट्ठी में कथित रूप से प्रियंका पूरे लेन-देन का ब्यौरा देती हैं जिसमें चेक नंबर व उसकी तारीख व अकाउंट नंबर भी शामिल है।
क्या है ईडी की चार्जशीट में?
कपूर ने बयान में कहा है कि पेंटिंग के बदले मिले रुपयों का इस्तेमाल न्यू यॉर्क में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के इलाज पर खर्च किया गया। तत्कालीन पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा ने कहा था कि यदि उन्होंने (कपूर ने) पेंटिंग खरीदने से मना किया तो इससे उन्हें गांधी परिवार से संबंध बनाने में न सिर्फ बाधा उत्पन्न होगी बल्कि ‘पद्म भूषण’ सम्मान प्राप्त करने में भी कठिनाई होगी। कपूर ने ईडी को यह भी बताया कि सोनिया गांधी के विश्वस्त अहमद पटेल ने उनसे कहा था कि सोनिया गांधी के उपचार के लिए एक उपयुक्त समय पर गांधी परिवार का सहयोग कर उन्होंने अच्छा काम किया है। कपूर को मार्च 2020 में गिरफ्तार किया गया था और इस समय वह न्यायिक हिरासत में हैं।
प्रियंका की वह ‘चिट्ठी’ क्या कहती है?
ट्विटर पर बीजेपी नेता ने जो ‘चिट्ठी’ शेयर की है, उसकी सब्जेक्ट लाइन ‘एमएफ हुसैन की बनाई राजीव गांधी की पेंटिंग’ है। इसमें कथित रूप से प्रियंका लिखती हैं- ‘मेरे पिता राजीव गांधी का एमएफ हुसैन द्वारा बनाया पोर्ट्रेट खरीदने के लिए शुक्रिया। यह पोर्ट्रेट उन्हें 1985 में कांग्रेस के शताब्दी समारोह में दिया गया था और अब मेरे स्वामित्व में है। मुझे 3 जून 2010 का आपका पत्र मिला, साथ ही साथ 3 जून 2010 की तारीख वाले चेक नंबर 135343 से भुगतान भी। पेंटिंग के लिए 2 करोड़ रुपये के फुल पेमेंट का आपके HSBC खाते से भुगतान हुआ। मुझे विश्वास है कि आपको इस कृति के ऐतिहासिक महत्व का पता होगा। मैं सुनिश्चित करूंगी कि इसे वहां रखा जाए जहां इसकी जगह है।’
पद्म सम्मान का वादा कभी पूरा नहीं हुआ
कपूर के बयान में लिखा है कि मुरली देवड़ा ने उनसे वादा किया था कि इससे उन्हें पद्म भूषण प्राप्त करने में मदद मिलेगी, लेकिन वह कभी पूरी नहीं हुई। दिवंगत कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने भी उनसे कहा था कि चूंकि उन्होंने (कपूर) महत्वपूर्ण समय में सोनिया गांधी की मदद की थी इसलिए उनके नाम पर पद्म भूषण के लिए विचार किया जाएगा। कपूर ने कहा था कि यह जबरन बिक्री थी और वह इसके लिए कभी तैयार नहीं थे।
-एजेंसियां