तमिलनाडु में एक बार फ‍िर बार‍िश ने कहर बरपाया, कई इलाकों में भारी तबाही

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7,500 लोगों को सुरक्षित निकाला​

अधिकारी ने बताया कि थूथुकुडी और श्रीवैकुंडम और कयालपट्टिम जैसे क्षेत्रों के लिए अतिरिक्त नौकाएं तैनात की गई है। उन्होंने बताया कि कम से कम 7,500 लोगों को इलाके से सुरक्षित निकाला गया और उसे 84 राहत शिविरों में रखा गया है। अधिकारी ने बताया कि ‘कॉमन अलर्ट प्रोटोकॉल’ के जरिए 62 लाख लोगों को एसएमएस अलर्ट भेजे गए।

रेलवे ट्रैक से ‘गिट्टी’ बही​

‘राष्ट्रीय आपदा मोचन बल’ (NDRF) और ‘राज्य आपदा मोचन बल’ (SDRF) के कर्मियों, दमकल और बचाव सेवा और पुलिस टीमों ने भारी बाढ़ वाले इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकाला और उन्हें स्कूलों और विवाह हॉलों में ठहराया है। दक्षिणी रेलवे ने कहा कि तिरुनेलवेली-तिरुचेंदूर खंड में श्रीवैकुंटम और सेदुंगनल्लूर के बीच सेवा निलंबित कर दी गई है। उसने बताया कि रेलवे ट्रैक से ‘गिट्टी’ बह गई और रेलवे पटरियों पर पानी बह रहा है।

कई ट्रेनों के रूट बदले

रेलवे ने बताया कि दक्षिणी क्षेत्रों से संचालित होने वाली कई ट्रेन सेवाओं को पूरी तरह से रद्द कर दिया है। कुछ ट्रेनों को आशिंक रूप से निलंबित कर दिया गया है। कुछ ट्रेनों का रूट बदल गया है।

लिंक रोड पूरी तरह से कटा

अधिकारियों ने बताया कि ओट्टापिडारम के पास मदुरै की एक लिंक रोड पूरी तरह से कट गई है। कन्याकुमारी जिले के ओझुगिनचेरी में पानी का लेवल चार फीट फीट अधिक हो गया है। इससे पजाहायरू नदी के उफान पर होने से धान के खेत डूब गए हैं। वहीं, नागरकोइल में मीनाक्षी गार्डन और रेलवे कॉलोनी जैसी आवासीय कॉलोनियां जलमग्न हो गई। उन्होंने बताया कि फंसे हुए लोगों को दमकल और बचाव और एनडीआरएफ के जवानों ने फौरन निकाल ल‍िया।

स्‍कूलों में ​छुट्टी

राज्य के दक्षिणी जिलों के कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है जिसे देखते हुए अधिकारियों ने स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी है।

-एजेंसी