लोकसभा सदस्यता छिनने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज दल-बल के साथ कोर्ट में अपील करने सूरत पहुंचे हुए हैं। 2019 के आपराधिक मानहानि मामले में उन्हें कोर्ट ने दो साल की सजा दी है और उसके बाद सांसदी चली गई। आज वह खुद सूरत जाते दिखे तो भाजपा ने जोरदार हमला बोला। पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने तंज कसते हुए इसे ड्रामा बताया।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘दोषी को अपील दाखिल करने के लिए खुद कोर्ट जाने की जरूरत नहीं होती। सामान्य तौर पर दोषी ठहराया गया कोई भी व्यक्ति कोर्ट नहीं जाता। नेताओं और सहयोगियों की टीम लेकर उनका (राहुल) व्यक्तिगत रूप से कोर्ट जाना महज एक ड्रामा है।’ रिजिजू ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि राहुल गांधी अपीलीय अदालत पर दबाव बनाने की बचकानी कोशिश कर रहे हैं।
इससे पहले प्लेन के भीतर का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी साथ सूरत की फ्लाइट में बैठे दिखाई दे रहे थे। कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के भी सूरत जाने की खबर आई।
रिजिजू ने कहा, ‘देश की अदालतों को ऐसे हथकंडों से कोई फर्क नहीं पड़ता।’ केंद्रीय कानून मंत्री ने आगे लिखा- ‘जब पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव को दोषी ठहराया गया था, तब कांग्रेस खामोश थी। पी. चिदंबरम और डीके शिवकुमार को भी उनके खिलाफ आरोपों को लेकर पर्याप्त सपोर्ट नहीं मिला, जिसके लिए वे बेल पर हैं।’
रिजिजू ने कहा कि केवल राहुल गांधी के लिए कांग्रेस ड्रामा कर रही है क्योंकि उनकी नजर में एक परिवार और एक व्यक्ति भारत और इसके कानून से ऊपर है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पर निशाना साधा। जब ‘न्यायपालिका पर दबाव’ बनाने वाला सवाल छत्तीसगढ़ के सीएम और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल से पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मैं अपने नेता (राहुल गांधी) के साथ जा रहा हूं। इसमें जूडिशरी पर दबाव क्या होगा।’
मीडिया में राहुल के साथ नेताओं के जाने की तस्वीरें और नाम सामने आने लगे तो कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इसकी वजह भी बताई। उन्होंने कहा कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी देश के लिए लड़ रहे हैं और पार्टी के नेता उनके समर्थन के लिए सूरत पहुंच रहे हैं। खरगे ने कहा कि यह कोई शक्ति प्रदर्शन नहीं है और न ही राहुल गांधी ने किसी को बुलाया है।
Compiled: up18 News