अवैध खनन के खिलाफ आत्मदाह करने वाले संत विजयदास के निधन के बाद जहां बीजेपी गहलोत सरकार के खिलाफ आक्रमक हो गई है वहीं इस मामले में कांग्रेस विधायक वाजिब अली ने भी सरकार को घेरने वाला बयान दिया है। भरतपुर के नगर सीट से विधायक वाजिब अली ने कहा कि खो थाना इलाके में पसोपा गांव में बाबा विजय दास ने आत्मदाह का प्रयास किया, जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
संत को विश्वास में लेना चाहिए था
उन्होंने पहले ही चेतावनी दे रखी थी। इसके बाद भी उन्होंने आत्मदाह का प्रयास प्रशासन के सामने ही किया। निश्चित तौर पर यह प्रशासन की चूक है। उनसे प्रशासन को वार्ता करने चाहिए थी या उनको विश्वास में लेना चाहिए था। मैं यह मानता हूं कि इस मामले में कहीं ना कहीं प्रशासन की चूक हुई है।
भरतपुर बीजेपी संगठन ने भी खोला मोर्चा
उधर भाजपा जिला अध्यक्ष शैलेश सिंह ने कहा कि एक संत की ओर से आत्मदाह का प्रयास करना जिला प्रशासन का फेलियर है। जब पहले संतों ने आत्मदाह की चेतावनी दी, उसके बाद प्रशासन ने वहां भारी संख्या में फोर्स का इंतजाम किया था। साधुओं से वार्ता करने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से जिला कलेक्टर को मौके पर पहुंचना चाहिए था। संतों से वार्ता करके आश्वासन देना चाहिए था कि आपका जो लेटर है, वह आपको मिल जाएगा। अगर जिला प्रशासन ऐसा करता तो ना तो एक संत मोबाइल टावर पर चढ़ता ना दूसरा संत आत्मदाह का प्रयास करता।
जिला प्रशासन केवल और केवल मंत्रियों की चाटुकारिता में लगा हुआ है। जनता और संतों से कोई सरोकार नहीं है। यह मामला संतों का है, जो हिंदुओं की आस्था से जुड़ा मामला है। अगर हिंदुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जाएगा तो भाजपा आंदोलन करने सड़क पर उतरेगी ।
बीजेपी ने किया 5 सदस्यीय कमेटी का गठन
उन्होंने बताया कि प्रदेश भाजपा नेतृत्व में 5 सदस्य कमेटी का गठन किया है जो कल भरतपुर आकर इस पूरी घटना की जांच करेगी। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि जिला प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साधु को आत्मदाह के लिए उकसाने के मामले में भी जिला प्रशासन के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए। जब साधु संत आंदोलन कर रहे थे और चेतावनी दे रखे थे तो जिला कलेक्टर आलोक रंजन वह साधु संतों से वार्ता करने नहीं पहुंचे थे। यही वजह रही कि आत्मदाह का प्रयास किया गया।
-एजेंसी