नई दिल्ली। सिंधु नदी जल समझौते पर भारत सरकार के फैसले की आलोचना करने पर भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के अध्यक्ष नरेश टिकैत और उनके भाई राकेश टिकैत पर दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रवेश वर्मा ने तीखा हमला बोला है। उन्होंने टिकैत भाइयों को पाकिस्तान का हमदर्द करार देते हुए कहा कि यदि इतनी ही हमदर्दी है तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए।
प्रवेश वर्मा ने नरेश टिकैत के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें टिकैत ने सिंधु जल समझौते पर रोक लगाने के फैसले को गलत बताया था। वायरल वीडियो में नरेश टिकैत कहते सुनाई दे रहे हैं कि पानी के बिना सब बेकार हो जाएगा। इससे पाकिस्तान में जो प्रभावित होंगे, वे भी तो किसान ही हैं।
प्रवेश वर्मा ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर लिखा, पूरा देश आतंकवाद के शिकार परिवारों के साथ खड़ा है, लेकिन नरेश टिकैत जैसे लोग किसानों के नाम पर पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद का पक्ष ले रहे हैं। अगर टिकैत भाइयों को पाकिस्तान से इतनी हमदर्दी है तो उन्हें वहीं चले जाना चाहिए। टिकैत के साथ थोड़े बहुत बचे किसानों को भी सोचना चाहिए कि वे अनजाने में देशविरोधी मानसिकता का समर्थन तो नहीं कर रहे।
अपने बयान के बाद विवादों में घिरने क बाद नरेश टिकैत ने सफाई देकर डैमेज कंट्रोल की कोशिश की है। उन्होंने भी एक्स पर पोस्ट कर कहा कि वे पूरी तरह आतंकवाद के खिलाफ हैं और केंद्र सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं। उन्होंने लिखा, हमारा इतिहास आतंकवाद के खिलाफ है और रहेगा। सरकार को ऐसी कार्रवाई करनी चाहिए जिससे देशवासियों को गर्व हो।
इसी बीच राकेश टिकैत का एक बयान भी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने कहा, जब गांव में कत्ल होता है तो सबसे पहले यह देखा जाता है कि किसे फायदा हुआ है। देश को भी समझना चाहिए कि किसे पहलगाम के हमले से लाभ हो रहा है। राकेश टिकैत ने अप्रत्यक्ष रूप से यह कह दिया है कि इस हमले का लाभ भाजपा को हो रहा है। राकेश टिकैत के इस कथन से उन लोगों के बयानों को बल मिला है जो ये कह रहे हैं कि केंद्र सरकार ने खुद ही ये हमला कराया है।
सोशल मीडिया पर भी टिकैत बंधु लोगों के निशाने पर आ गए हैं। कई यूजर्स ने उनके बयानों को गैरजिम्मेदाराना और देशविरोधी बताते हुए आलोचना की है। हैशटैग्स जैसे #बॊयकॊट टिकैत और #नेशन फर्स्ट ट्रेंड कर रहे हैं।