आज चार देशों के ग्रुप I2U2 समूह का पहला शिखर सम्मेलन हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इसकी पहली बैठक में शामिल हुए। इस बैठक में पीएम मोदी के अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, इजराइल के प्रधानमंत्री यायर लापिड और संयुक्त अरब अमीरात UAE के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान भी हिस्सा ले रहे हैं।
I2U2 का यह पहला लीडर्स समिट है, जिसमें इजराइल के प्रधानमंत्री यायर लापिड और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन येरूशलम में इस बैठक में हिस्सा ले रहे हैं जबकि प्रधानमंत्री मोदी और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद डिजिटल माध्यम से इसमें शिरकत कर रहे हैं।
क्या होगा एजेंडा?
चारों नेता नये समूह की रूपरेखा पर बात कर सकते हैं और सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों को चिह्नित कर सकते हैं.
इस बैठक में यूक्रेन युद्ध के कारण उपजे वैश्विक खाद्य और ऊर्जा संकट समेत क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श हो सकता है।
‘I2U2′ समूह व्यापार और निवेश से संबंधित विषयों पर भी व्यापक रूप से ध्यान केंद्रित कर सकता है।
इस बैठक में समूह के नेता संयुक्त परियोजनाओं तथा कारोबार एवं निवेश में आर्थिक गठजोड़ को मजबूत बनाने सहित आपसी हितों से जुड़े अन्य क्षेत्रों में सहयोग को लेकर चर्चा करेंगे।
ये परियोजनाएं आर्थिक सहयोग के लिए ‘मॉडल’ के रूप में काम कर सकती हैं और कारोबारियों एवं कामगारों के लिए अवसर पेश करेंगी।
संगठन का मकसद
चार देशों के इस समूह को ‘आई2यू2’ नाम (What Is I2U2) दिया गया है क्योंकि इसमें ‘आई’ भारत (India) और इजराइल (Israel) के लिए और ‘यू’ अमेरिका (US)-यूएई (UAE) के लिए है। 18 अक्टूबर 2021 को चार देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में I2U2 समूह की संकल्पना पेश की गई थी, जिसके बाद इसका गठन हुआ।
यह गठबंधन मुख्यत: 6 क्षेत्रों पानी, ऊर्जा, परिवहन, अंतरिक्ष, स्वास्थ्य एवं खाद्य सुरक्षा में संयुक्त निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए बनाया गया है। इन क्षेत्रों में निजी पूंजी निवेश के जरिए ढांचागत क्षेत्रों में आधुनिकीकरण, उद्योगों के लिए न्यूनतम कार्बन उत्सर्जन वाले उपाय, सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार और नवीनतम एवं प्रदूषण रहित प्रौद्योगिकी के विकास के लिए काम किया जाएगा।
-एजेंसी