संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन पीएम मोदी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि भारत को जी 20 की मेज़बानी मिलना बड़ा अवसर है.
पीएम मोदी ने कहा कि विश्व को भारत से अपेक्षाएं बढ़ी हैं. भारत वैश्विक मंच पर अपनी भागीदारी बढ़ा रहा है. ये सिर्फ़ कूटनीतिक इवेंट नहीं है बल्कि भारत के सामर्थ्य को विश्व के सामने प्रस्तुत करने का समय है.
मोदी ने कहा- “शीतकालीन सत्र का आज प्रथम दिन है, यह सत्र महत्वपूर्ण इसिलए है क्योंकि 15 अगस्त के पहले हम मिले थे. 15 अगस्त को आजादी का अमृत महोत्सव पूरा हुआ और हम अमृत काल में आगे बढ़ रहे हैं.”
“इस सत्र में देश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए, वर्तमान वैश्विक परिस्थितियों में भारत को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक नए अवसरों को ध्यान में रखकर कई महत्वपूर्ण निर्णय करने का प्रयास किया जाएगा.” पीएम मोदी ने सभी दलों से सहयोगी की अपील भी की.
संसद की कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ने को लेकर पीएम मोदी ने कहा, “मेरी सभी सांसदों से जब भी अनौपचारिक मुलाकातें हुई है वे कहते हैं कि सदन में शोर-शराबे के बाद सदन स्थगित हो जाता है, जिससे हम सासंदों का बहुत नुकसान होता है. युवा सांसदों का कहना है कि सदन न चलने के कारण हम जो सीखना चाहते हैं वो सीख नहीं पाते हैं.”
“इसलिए सदन का चलना बेहद ज़रूरी है. ऐसा ही विपक्ष के सांसद का भी कहना है। मैं सभी दलों से आग्रह करता हूं कि इस सत्र को अधिक उत्पादक बनाने का सामूहिक प्रयास हम सभी करें.”
संसद का शीतकालीन सत्र 29 दिसंबर तक चलेगा. इस सत्र में सरकार 16 विधेयक पास करवा सकती है.
राज्यसभा के उपसभापति के तौर पर जगदीप धनखड़ का ये पहला सत्र है. मोदी ने कहा, “आज पहली बार हमारे उपराष्ट्रपति (जगदीप धनखड़) राज्यसभा अध्यक्ष के रूप में अपना कार्यकाल शुरू करेंगे. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जिस तरह से आदिवासी परंपराओं के साथ भारत को गौरवान्वित करने में बड़ी भूमिका निभाई, एक किसान पुत्र अध्यक्ष के रूप में आज भारत को गौरवान्वित करेंगे.”
पहले दिन विदेश मंत्री एस. जयशंकर संसद में विदेश नीति को लेकर बयान देंगे.
Compiled: up18 News
Discover more from Up18 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.