वायु सेना के जवानों से बोले PM मोदी, हमारी टेक्नोलाजी का पाक सामना नहीं कर सकता

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नई दिल्ली।ऑपरेशन सिंदूर के बाद आज पंजाब के आदमपुर एयरबेस पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायुसेना के जवानों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने जवानों की सराहना की और पाकिस्तान को भी आड़े हाथों लिया। जवानों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने हिंदी के कवि श्याम नारायण पाण्डेय की कविता ‘हल्दी घाटी’ की कुछ पंक्तियां भी सुनाई।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कौशल दिखलाया चालों में, उड़ गया भयानक भालों में, निर्भीक गया वह ढालों में, सपरट दौड़ा करवालों में” ये पंक्तियां महाराणा प्रताप के प्रसिद्ध घोड़े चेतक पर लिखी गई थीं। लेकिन ये पंक्तियां आज के आधुनिक भारतीय हथियारों पर भी फिट बैठती हैं।

आदमपुर एयरबेस में प्रधानमंत्री ने जिस कविता की चंद पंक्तियां पढ़ीं वो श्याम नारायण पाण्डेय की कविता ‘हल्दी घाटी’से ली गई हैं। इसमें एक अध्याय राणा प्रताप के घोड़े चेतक की वीरता पर है। वह दुश्मनों के मस्तक पर इस तरह से हमला करता था जैसे मानो कोई आसमान से घोड़ा ज़मीन पर उतर आया हो अर्थात वह बहुत तेजी से अपने शत्रुओं के सिर पर प्रहार करता था। युद्ध के क्षेत्र में ऐसा कोई स्थान नहीं था जहां पर चेतक ने अपने शत्रुओं पर प्रहार न किया हो। वह किसी एक स्थान पर दिखता तो पर जैसे ही शत्रु उस पर आक्रमण करने के लिए वहां पहुंचते तो वह वहां से तुरंत गायब हो जाता फिर वह कहीं दूसरी जगह दिखता। ठीक उसी प्रकार बाद में वहां से भी गायब हो जाता। लिहाजा, वह युद्ध के सभी स्थलों पर अपनी वीरता का परचम लहराता था।

भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ब्रह्मोस मिसाइल, आकाश मिसाइल और एमआरएसएएम (बराक-8) का इस्‍तेमाल किया। ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है। यह 3,700 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से लक्ष्य को टारगेट कर सकती है। इसकी रेंज तकरीबन 800 किलोमीटर तक है। यह अपने साथ 200 से 300 किलोग्राम तक वॉरहेड ले जाने में सक्षम है। इसे जमीन, समुद्र और एयर से लॉन्च किया जा सकता है। यह दुश्मन के रडार से बचने के लिए बेहद कम ऊंचाई पर उड़ने में सक्षम है। पीएम ने इन्हीं हथियारों की तुलना चेतक घोड़े से की जो दुश्मन के खिलाफ सटीक वार करते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज हमारे पास नई टेक्नोलॉजी का सामर्थ्य है, जिसका पाकिस्तान सामना नहीं कर सकता है। एयरफोर्स सहित सभी सेनाओं के पास दुनिया की श्रेष्ठ तकनीक पहुंची है, नई टेक्नोलॉजी के साथ चुनौतियां भी उतनी बड़ी होती हैं। कॉम्प्लिकेटेड और सोफेस्टिकेटेड सिस्टम को मेंटेन करना और एफिशिएंसी के साथ चलाना स्किल है। आपने सिद्ध कर दिया है कि आप इस गेम में दुनिया में बेहतरीन हैं। भारत की वायुसेना सिर्फ हथियारों से ही नहीं, डेटा और ड्रोन से भी दुश्मन को छकाने में माहिर हो गई है।’

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह अब भारतीय सेनाओं के मजबूत स्वरूप की पहचान है। ऑपरेशन सिंदूर में मैन पावर के साथ ही मशीन का कॉर्डिनेशन भी अद्भुत रहा है। भारत के पारंपरिक एयरडिफेंस सिस्टम, आकाश जैसे मेड इन इंडिया प्लेटफॉर्म, एस-400 जैसे आधुनिक डिफेंस सिस्टम ने अभूतपूर्व मजबूती दी है। एक मजबूत सुरक्षा कवच भारत की पहचान बन चुका है। पाकिस्तान की लाख कोशिश के बाद भी हमारे एयरबेस हों या डिफेंस इन्फ्रास्ट्रक्चर पर आंच तक नहीं आई। इसका श्रेय आप सभी को जाता है।