पीएम मोदी UN में बोले- योग कॉपीराइट फ्री, यह हमारी पुरानी संस्कृति, इसकी वजह से दुनिया भारत के साथ आई

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग कार्यक्रम में कहा- योग का मतलब है- युनाइट। मुझे याद है मैनें यहां 21 जून को यहां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव रखा था। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए पूरी दुनिया भारत के साथ आई। योग भारत से आया। ये भारत की पुरानी संस्कृति और कॉपीराइट से फ्री है।

आप योग को कहीं भी कर सकते हैं। ये फ्लेक्सिबल है। ये सभी संस्कृतियों के लिए है। योग जिंदगी जीने का तरीका है।

योग खुद के साथ और दुनिया के साथ शांतिपूर्ण तरीके से रहने का तरीका सीखााता है। कार्यक्रम UN के नॉर्थ लॉन के गार्डन में हो रहा है। इसमें न्यूयॉर्क के मेयर एरिक एडम , शेफ विकास खन्ना, संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी समेत 180 देशों के लोग शामिल हुए हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि यहां लगभग हर राष्ट्रीयता के लोग मौजूद हैं. योग का मतलब है जोड़ना, इसलिए आप साथ आ रहे हैं यह योग के दूसरे रूप की अभिव्यक्ति है. प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि योग भारत से आया है. यह एक पुरानी परंपरा है. योग पर कोई कॉपीराइट नहीं है. यह पेटेंट और रॉयल्टी फ्री है. योग से आपकी उम्र और फिटनेस को बरकरार रखता है. यह पोर्टेबल है. योग न सिर्फ स्वास्थ्य रहने के लिए बल्कि खुदको और दूसरे लोगों के प्रति स्नेह के भाव से करें.

योग से बढ़ती है मानसिक और बौद्धिक क्षमता

पीएम मोदी से पहले युनाइटेड नेशन जनरल असेंबली के अध्यक्ष साबा कोरोसी ने भी मौजूद लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि योग फिजिकल पर्फोर्मेंस को बढ़ाता है. इससे मानसिक और बौद्धिक क्षमता बढ़ती है. साबा कोरोसी ने कहा कि वह योग के बड़े प्रशंसक हैं. दुनिया को संतुलन और आत्म-नियंत्रण की जरूरत है. उन्होंने कहा कि योग उनके लिए निजी है और वह इस ट्रांसफोर्मेटिव शक्ति में विश्वास रखते हैं.


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