प्रवासी भारतीय सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा, भविष्य ‘युद्ध’ में नहीं, बल्कि ‘बुद्ध’ में निहित

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उन्‍होंने कहा कि बीते 10 वर्षों में मेरी दुनिया की अनेक नेताओं से मुलाकात हुई। दुनिया का हर नेता भारतीय प्रवासियों की बहुत प्रशंसा करता है। इसका एक बड़ा कारण सामाजिक मूल्य हैं। जो आप सभी वहां के समाज को देते हैं। हम केवल लोकतंत्र की जननी नहीं है बल्कि लोकतंत्र हमारे जीवन का हिस्सा और जीवन पद्धति है। हमारा जीवन ही विविधता से चलता है।’ हम ईमानदारी से उस देश और समाज की सेवा करते हैं। वहां के विकास और समृद्धि में योगदान देते हैं। इन सबके साथ ही हमारे दिल में भारत भी धड़कता रहता है।’

भविष्य ‘युद्ध’ में नहीं, बल्कि ‘बुद्ध’ में निहित – पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, ‘‘अपनी विरासत की ताकत के कारण ही भारत दुनिया को यह बताने में सक्षम है कि भविष्य ‘युद्ध’ में नहीं, बल्कि ‘बुद्ध’ (शांति) में निहित है।” उन्होंने कहा, ‘‘हम संकट की स्थिति में अपने प्रवासी समुदाय की मदद करना अपनी जिम्मेदारी समझते हैं, चाहे वे कहीं भी हों।” प्रधानमंत्री ने कहा कि 1947 में भारत की आजादी में प्रवासी भारतीयों ने अहम भूमिका निभाई थी और अब 2047 तक देश को विकसित बनाने का लक्ष्य है। उन्होंने इस लक्ष्य में प्रवासी भारतीय समुदाय से मदद का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भारत न केवल युवा देश है बल्कि कुशल युवाओं का देश भी है।

‘हमने हमेशा प्रवासी समुदाय को भारत का राजदूत माना’

प्रधानमंत्री ने दुनिया भर में कुशल कामगारों की मांग का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘सरकार यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि जब भी भारतीय युवा विदेश जाएं, तो वे अपने साथ कौशल लेकर जाएं।” उन्होंने भारत में आयोजित सफल जी-20 सम्मेलन का जिक्र करते हुए कहा कि दुनिया को देश की विविधता का प्रत्यक्ष अनुभव कराने के लिए भारत के विभिन्न हिस्सों में जी-20 बैठकें आयोजित की गईं।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें विविधता सीखने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हमारा जीवन विविधता से भरा है।” प्रधानमंत्री ने भारत के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना करते हुए कहा, ‘‘मैंने हमेशा प्रवासी समुदाय को भारत का राजदूत माना है।” उन्होंने कहा कि भारत अब ‘विश्व बंधु’ के रूप में जाना जाता है, इसे और मजबूत करने की जरूरत है।

प्रधानमंत्री ‘18वें प्रवासी भारतीय दिवस-2025′ का उद्घाटन करने के लिए बृहस्पतिवार को यहां जनता मैदान पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान वह चार प्रदर्शनियों का उद्घाटन भी करेंगे। इसके बाद वह केंद्र तथा राज्य के मंत्रालयों व विभागों की प्रदर्शनियों और प्रचार स्टॉल का अवलोकन करेंगे। प्रवासी भारतीय दिवस का 18वां संस्करण आठ जनवरी से 10 जनवरी तक विदेश मंत्रालय और ओडिशा सरकार द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है।

आपका प्यार और स्नेह मैं भूल नहीं सकता

पीएम मोदी ने कहा, ‘आप सभी साथियों से मैं जब मिलता हूं तो जो प्यार मुझे मिलता है उसे मैं भूल नहीं सकता। आपका स्नेह और आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहता है। मैं आप सभी का व्यक्तिगत रूप से आपका आभार प्रकट करना चाहता हूं।

पीएम ने आगे कहा कि भारत मेड इन इंडिया फाइटर जेट बना रहा है। वो दिन दूर नहीं जब आप (अप्रवासी भारतीय) किसी मेड इन इंडिया प्लेन से ही प्रवासी भारतीय दिवस मनाने आएंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में जिस स्तर पर काम हो रहे हैं, वे अभूतपूर्व है। 21वीं सदी का भारत जिस रफ्तार से आगे बढ़ रहा है, विकास के काम हो रहे हैं वे अभूतपूर्व हैं।

इस कार्यक्रम को त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू ने भी वर्चुअली संबोधित किया। मोदी ने प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस को भी हरी झंडी भी दिखाई।

यह भारतीय प्रवासियों के लिए स्पेशल टूरिस्ट ट्रेन है जो दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से चली और तीन सप्ताह तक कई टूरिस्ट प्लेसेज तक जाएगी। विदेश मंत्रालय की प्रवासी तीर्थ दर्शन योजना के तहत इसका संचालन किया जा रहा है।

कार्यक्रम के लिए 70 देशों से 3 हजार से ज्यादा प्रतिनिधि ओडिशा पहुंचे हैं। यह सम्मेलन 10 जनवरी तक चलेगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इसके समापन सत्र में शामिल होंगी और प्रवासी भारतीय पुरस्कार प्रदान करेंगी।


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