नई दिल्ली। दिल्ली में इस साल फरवरी में होने वाले दिल्ली विधानसभा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिगुल फूंकेंगे। पीएम मोदी रोहिणी के जापानी पार्क में स्थित रैली में पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री ने रिमोट का बटन दबाकर दिल्ली में 4500 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री ने नौरोजी नगर में वल्ड ट्रेड सेंटर, द्वारका में सीबीएसई मुख्यालय, सरोजनी नगर में 1738 क्वार्टर का उद्घाटन किया। दिल्ली विश्वविद्यालय पूर्वी परिसर, पश्चिमी परिसर, रोशनपुरा में वीर सावरकर कॉलेज का शिलान्यास किया।
पीएम मोदी कुछ ही देर में विशाल रैली को संबोधित करेंगे। वहीं, पीएम मोदी के पहुंचते ही पूरे पंडाल में मोदी-मोदी के नारे लगने लगे। इस दौरान मंच पर मनोहर लाल, धर्मेंद्र प्रधान, दोनों मंत्रालयों के राज्य मंत्री, हर्ष मल्होत्रा सहित दिल्ली के सभी सांसद रहे।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जेलरवाला बाग के स्वाभिमान अपार्टमेंट में पहुंचे। नवनिर्मित फ्लैट देखने के बाद वहां कुछ पात्र परिवारों से भी बात की। प्रधानमंत्री के साथ केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल और एलजी वीके सक्सेना भी मौजूद रहे।
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि दिल्ली के लिए ऐतिहासिक दिन है। प्रधानमंत्री झुग्गियों में रहने वालों को फ्लैट की चाबियां सौपने वाले हैं। यह उनका सबके साथ, सबका विकास के मंत्र को चरितार्थ करता है। उनका सपना था कि झुग्गी बस्ती के लोगों को भी सुख का जीवन मिले। उनका सपना पूरा होता हुआ दिखाई दे रहा है। यह पहली बार नहीं हो रहा है।
उन्होंने कहा वर्ष 2022 में कालकाजी में मकान योजना के अंतर्गत फ्लेट सौंपे थे। इससे झुग्गी वासियों का दिल्ली में स्थायी पता होगा। यह प्रधानमंत्री के दूरदर्शिता के कारण संभव हो सका है। हाल ही में जहां झुग्गी वहीं मकान की योजना में बदलाव किया गया है, इससे चल रही परियोजनाओं को जल्द पूरा किया जा सकेगा।
एलजी ने कहा कि आज दिल्ली के लिए ऐतिहासिक दिन है। ये सभी मकान मोदी के विजन पर ही बने हैं। उनका सपना आज पूरा हो रहा है। 2022 में कालका जी एक्सटेंशन में भी उन्होंने झुग्गी झोंपड़ी वालों को फ्लैटों की चाभी सौंपी थी। इस दिशा में जो परियोजनाएं चल रही है, उन्हें भी जल्द पूरा किया जाएगा। यमुना खादर में कई परियोजनाएं चल रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। जनसभा स्थल पर तीन सौ से ज्यादा मेटल डिटेक्टर गेट लगाए गए हैं। हर व्यक्ति की जांच के बाद ही एंट्री मिल रही है।